Chhattisgarh | माई का मड़वा में दर्दनाक हादसा, रायपुर से आए CA छात्र की जलप्रपात में डूबने से मौत

Chhattisgarh | Tragic accident in Mai ka Madwa, CA student from Raipur died after drowning in a waterfall
गौरेला, 9 जून 2025। छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय पर्यटन स्थल माई का मड़वा में एक दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया है। रायपुर में सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंसी) की पढ़ाई कर रहे 22 वर्षीय प्रांजल नामदेव की जलप्रपात में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा 8 जून की शाम हुआ, जब वे अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए वहां पहुंचे थे।
दुर्गम इलाका बना हादसे की वजह
माई का मड़वा घने जंगलों के बीच स्थित एक दुर्गम और सुंदर जलप्रपात है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। जानकारी के मुताबिक, प्रांजल चट्टानों के पास घूमते समय फिसलकर जलप्रपात के गहरे पानी में जा गिरे। चूंकि उन्हें तैरना नहीं आता था, इसलिए वे पानी से बाहर नहीं निकल पाए।
परिवार के लोगों ने तुरंत उन्हें पानी से बाहर निकाला और गौरेला जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
प्रांजल नामदेव रायपुर में रहकर सीए की तैयारी कर रहे थे। वे एक मेहनती और होनहार छात्र माने जाते थे। उनकी अकस्मात मृत्यु से परिवार में कोहराम मच गया है। माता-पिता और भाई-बहन सभी सदमे में हैं। पूरे मोहल्ले में शोक की लहर है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह हादसा माई का मड़वा जैसे दुर्गम पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा इंतजामों की कमी को उजागर करता है। घटनास्थल पर कोई चेतावनी बोर्ड, सुरक्षा घेरा या तैराक सुरक्षा दल मौजूद नहीं था। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल यहां पर्यटक आते हैं, लेकिन प्रशासन सुरक्षा पर ध्यान नहीं देता।
पुलिस कर रही जांच, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की जानकारी मिलते ही गौरेला पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और आवश्यक प्रक्रिया की जा रही है। पुलिस इसे दुर्घटनावश मृत्यु मान रही है, लेकिन परिजनों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
प्रांजल की इस असमय मृत्यु ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा की अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे स्थानों पर चेतावनी बोर्ड, गार्ड्स और प्राथमिक चिकित्सा सुविधा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।