Chhattisgarh | युवक ने मंदिर में काटकर चढ़ा दी अंगुलि, भाजपा के लिए जीत की मांगी थी मन्नत, खून का रिसाव होने से बिगड़ी हालत
1 min readChhattisgarh | The young man cut his finger and offered it in the temple, had vowed to win for BJP, his condition worsened due to leakage of blood.
अंबिकापुर। राजनीतिक पार्टियों के प्रति भी लोगों में गजब की आस्था देखने को मिलती है। ऐसा ही एक मामला बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ क्षेत्र से सामने आया है। यहां एक युवक ने अपनी एक अंगुली सिर्फ इस वजह से काटकर काली मां के चरणों में समर्पित कर दी, क्योंकि भाजपा को लोकसभा चुनाव में जीत मिली गई थी। युवक ने 4 जून को कांग्रेसियों को खुशी मनाते देखा तो वह काफी दुखी हुआ।
उसे ऐसा लगा कि भाजपा की सरकार इस बार नहीं बनेगी। इससे वह डिप्रेशन में चला गया। इसी बीच वह अपने गांव के प्राचीन काली माता के मंदिर में पहुंचा और भाजपा की जीत की मन्नत मांगी। शाम को जब उसे यह बात पता चली कि देश में भाजपा की फिर सरकार बन रही है तो वह उसी रात मंदिर में पहुंचा और अपने बाएं हाथ की अंगुली काटकर चढ़ा दी
बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डीपाडीहकला निवासी 32 वर्षीय दुर्गेश पांडेय का भाजपा के प्रति झुकाव है। 4 जून को उसने भाजपा के लिए जो कुछ किया, उसकी चर्चा चारों ओर हो रही है। दरअसल उस दिन मतों की गिनती हो रही थी। इस बीच यह चर्चा चल रही थी कि भाजपा की सरकार इस बार नहीं बन पाएगी।
इस बात पर चर्चा कर उसके इलाके के कांग्रेसी कार्यकर्ता खुशियां मना रहे थे। कांग्रेसियों को खुशी मनाता देख उसे काफी पीड़ा हुई और वह भीतर से काफी टूट गया और डिप्रेशन में चला गया। इसके बाद वह गांव के ही प्राचीन सावंत सरना स्थित प्राचीन मां काली के मंदिर में पहुंचा और भाजपा की जीत की मन्नत मांगी।
मन्नत पूरी होते ही अंगुली की चढ़ाई बलि युवक की मन्नत उस समय पूरी हो गई, जब देर शाम उसे पता चला कि भाजपा की जीत हुई है और देश में फिर से मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके बाद वह रात में ही मंदिर पहुंचा और अपने बाएं हाथ की एक अंगुली का आधा हिस्सा काटकर काली मां के चरणों में अर्पित कर दिया। उसे खुशी इस बात की थी कि भाजपा जीत गई है।
खून का रिसाव होने से बिगड़ी हालत –
युवक ने अंगुली तो काट दी लेकिन उसे काफी असहनीय पीड़ा हुई। यही नहीं, खून का रिसाव बंद नहीं होने से उसे शंकरगढ़ अस्पताल ले जाया गया। यहां से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां के डॉक्टर उसकी अंगुली तो जोड़ नहीं पाए, लेकिन उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
दुर्गेश का है ये कहना दुर्गेश का कहना है कि वह भाजपा की जीत को लेकर आश्वस्त था लेकिन कांग्रेसियों को खुशी मनाते देख उसे दुख हुआ था। उसने बताया कि यदि भाजपा 400 सीट जीत जाती तो उसे ज्यादा खुशी होती, लेकिन वह अब भी खुश है कि देश में भाजपा की सरकार बन रही है।