Chhattisgarh | गोधन न्याय योजना से निकली राह, ग्रामीण को मिला आय का जरिया
1 min readChhattisgarh | The way out of Godhan Nyay Yojana, the villager got a source of income
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात की कड़ी में कल कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। इस दौरान पहले वे इंदौरी पहुंचे फिर ग्राम कुकदूर में लोगों से भेंट-मुलाकात की। कुकदूर में मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले ही हजारों की संख्या में ग्रामीण अपने मुखिया से मिलने कार्यक्रम स्थल पहुंच चुके थे, जहां उनके चेहरों पर प्रदेश के मुखिया से मिलने और उनके सामने शासकीय योजनाओं को लेकर अपनी बात रखने की उत्सुकता देखने को मिली।
जब मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल पहुंचे तो जनता का उत्साह देखने को मिला। इस दौरान वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर विशेष तौर पर मौजूद रहे। वहीं भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बीते पौने चार साल के बीच लागू शासकीय योजनाओं ने उनकी जिंदगी की तस्वीर बदलने का काम किया है। ग्राम लालपुर के ग्रामीण सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत उन्होंने 470 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे उन्हें 94 हजार रुपये मिले, इससे किश्त में ट्रैक्टर खरीदा। अब वे ट्रैक्टर से दूसरे खेतों की जुताई कर अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं।
भेंट-मुलाकात अभियान के लिए पंडरिया विधानसभा के कुकदूर पहुंचने पर मुख्यमंत्री सबसे पहले प्राचीन बूढ़ी माई मंदिर पहुंचे और माता के दर्शन कर बूढ़ी माई से छत्तीसगढ़ प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री बघेल ने बूढ़ी माई मंदिर परिसर में नीम का पौधा भी लगाया। आगर नदी के तट पर स्थित बूढ़ी माई मंदिर का अपना ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। बताया जाता है कि सच्चे दिल से मन्नत मांगने वालों की मुराद माता अवश्य पूरा करती हैं। यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ भजन मंडली के सदस्यों ने सेल्फी भी ली। इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर और विधायक ममता चंद्राकर भी उपस्थित रहीं।
आजीविका के नए अवसर बने –
कुकदूर में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना करते हुए दीप प्रज्वलन कर की। इस दौरान शिव शंभू महिला स्वयं समूह की सदस्य बैगा जनजातीय समूह की महिलाओं और ग्राम कुकदूर के सरपंच ने मुख्यमंत्री को विशेष पगड़ी “फेटा” पहना कर स्वागत किया। इसके बाद प्रदेश के मुखिया ने भेंट-मुलाकात के लिए पहुंचे क्षेत्रीय ग्रामीणों से सीधे संवाद किया। मुख्यमंत्री ने आमजनता से शासकीय योजनाओं से मिल रहे लाभ को लेकर जानकारी ली। वहीं इन योजनाओं से ग्रामीणों की जिंदगी में आए बदलाव के बारे में जानना चाहा।
इस दौरान ग्राम लालपुर के ग्रामीण सुरेंद्र कुमार ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लगभग 3 साल पहले लागू गोधन न्याय योजना के अंतर्गत उन्होंने 470 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे मिली राशि से सुरेन्द्र कुमार ने किश्त में ट्रैक्टर खरीदा। अब वे ट्रैक्टर से दूसरे खेतों की जुताई कर अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। वहीं आदर्श गोठान से जुड़ीं नारी शक्ति स्व-सहायता समूह की महिला सदस्य ने बताया कि वहां उन्होंने 466 क्विंटल गोबर बेचा, जिससे उन्होंने 2 लाख रुपये अर्जित किये। इस राशि को लघु उद्योग स्थापित करने में उपयोग किया गया। समूह की महिलाएं अगरबत्ती, पॉपकॉर्न बनाने का काम करती हैं। साथ ही उक्त महिला सदस्य ने अपना किराना दुकान भी खोला है।
यहां भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने पूछा कि वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कौन खेत में कर रहा है। इस पर किसान रमाकांत शुक्ला ने बताया कि उनके खेत में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया गया है। पिछले साल 300 क्विंटल गन्ना उपज हुई थी, अब 500 क्विंटल होने की उम्मीद है। उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने सभी किसानों से वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने की सलाह दी। जबकि शासकीय योजना से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार पर ग्राम पोलगी के हितग्राही ने बताया कि हाट बाजार क्लीनिक योजना के अंतगर्त उनके गांव में हर शनिवार मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचता है, साथ डॉक्टर आते हैं और बेहतर इलाज करते हैं। ग्रामीणों के मन में सरकार के प्रति संतुष्टि के भाव देखकर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं का ज्यादा-से-ज्यादा लाभ लेने की अपील की।
दीपावली के पहले छायी रौनक –
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ग्राम कुकदूर में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ में किसानों को उनकी उपज का सही दाम राज्य सरकार दे रही है। कोदो-कुटकी, रागी जैसे लघु धान्य फसलों और दलहनी फसलों की भी खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। तेंदूपत्ता 4000 रुपए प्रति मानक बोरा में खरीद रहे हैं। 7 से बढ़ाकर 65 तरह के लघुवनोपजों की खरीदी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव उत्पादन का केंद्र बने, शहर खरीदी का केंद्र बने, हम इस पर काम कर रहे हैं। पिछली सरकार में 3 हजार स्कूल बंद किए गए और हमने सारे स्कूलों को खोला है। हमने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल खोले, गरीब किसान के बच्चे भी इस स्कूल में पढ़ रहे हैं। हम अच्छे स्कूल खोल रहे हैं ताकि सभी को अच्छी शिक्षा मिल सके। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की जरूरतों को समझते हुए कहा कि, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की किश्त इस बार दीपावली के सात दिन पहले ही आ जाएगी। मुख्यमंत्री की बात सुनकर जनता के चेहरे खुशी से चमक उठे और यह रौनक उनके मुस्कान के तौर पर साफ झलक रही थी।
मुख्यमंत्री ने कुकदूर में जनआकांक्षाओं का रखा ध्यान, की घोषणाएं –
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम कुकदूर में भेंट-मुलाकात के दौरान जन संवाद किया। इस दौरान आमजनों की ओर से क्षेत्रीय जरूरतों के लिहाज से अनेक मांगें रखी गईं। मुख्यमंत्री ने भी जनआकांक्षाओं का ख्याल रखते हुए अनेक घोषणाएं कीं, जो इस प्रकार हैं –
1. क्रांति जलाशय की वर्षों से लंबित मांग को पूरा किया जाएगा।
2. ग्राम कोदवागोड़ान में आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल खोली जाएगी।
3. हरिहर नाला पुल निर्माण कराया जायेगा।
4. ग्राम पंचायत कुकदूर दैहान टोला यादव पारा में पुलिया निर्माण कराया जाएगा।
5. ग्राम कुई में सर्व-सुविधायुक्त आदिवासी सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जाएगा।
6. ग्राम पंचायत कुकदूर बैगापारा में ट्रांसफार्मर लगाने की स्वीकृति दी।
7. नगर पंचायत पंडरिया को नगर पालिका बनाया जाएगा।
8. सिंहपुर से छिरहा होते हुए कुलीडोंगरी मार्ग में सड़क निर्माण कराया जाएगा।
9. बाघामुड़ा से नेउगांव तक सड़क निर्माण कराया जाएगा।
10. ग्राम कुंडा में कॉलेज खोला जाएगा।
11. दामापुर में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी परिवार के घर जमीन पर बैठकर किया भोजन –
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम कुकदूर में आदिवासी किसान भगत राम पुसाम के घर जमीन में बैठकर भोजन किया। यहां मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़िया भोजन और पारंपरिक व्यंजन परोसे गए। भोजन में चेंच भाजी, ठेठरी, खुरमी, फरा, कुटकी से बनी खीर और सिलबटे से पिसी टमाटर की चटनी मुख्यमंत्री को परोसी गई थी।
इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल के साथ वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर, कलेक्टर जन्मेजय महोबे व आदिवासी समाज के अन्य गणमान्य नागरिकों ने भोजन ग्रहण किया। इस अवसर पर भगत राम पुसाम ने अतिथि देव भवः की परम्परा का निर्वहन करते हुए मुख्यमंत्री बघेल का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने भगत राम के घर पर भोजन के उपरांत उनके परिवार के सभी सदस्यों से मुलाकात की।