April 11, 2025

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Chhattisgarh | क्रिप्टो और हवाला के जरिए ठगी की रकम दुबई भेजी, महिला से ₹41 लाख की ठगी का पर्दाफाश

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Chhattisgarh | The amount of fraud was sent to Dubai through crypto and hawala, fraud of ₹ 41 lakh from a woman exposed

दुर्ग, 4 अप्रैल 2025। फर्जी CBI और दिल्ली पुलिस अफसर बनकर एक महिला से ₹41 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को दुर्ग पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने ठगी की रकम को क्रिप्टो करेंसी के जरिए दुबई भेजा और स्थानीय “अंगड़िया” नेटवर्क से हवाला में बदल दिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ₹45 लाख कीमत की फोर्ड एंडेवर कार और एक रुपये गिनने की मशीन जब्त की है।

दिल्ली पुलिस अधिकारी बनकर की वीडियो कॉल ठगी

प्रार्थिया कु. फरिहा अमीन कुरैशी (उम्र 62 वर्ष, निवासी बघेरा, दुर्ग) को 21 जनवरी 2025 को एक वीडियो कॉल आया, जिसमें खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताते हुए एक कथित CBI अफसर ने बताया कि एक आरोपी संदीप कुमार से पूछताछ में उनके नाम का बैंक खाता सामने आया है, जिसमें ₹8.7 करोड़ जमा हैं। आरोपी ने दावा किया कि फरिहा ने 10 प्रतिशत कमीशन लेकर संदीप के लिए खाता खुलवाया है।

प्रार्थिया को डराने के लिए धमकी दी गई कि यदि वह तुरंत दिल्ली आकर बयान नहीं देती तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति को IPS अधिकारी ‘सुनील कुमार गौतम’ बताकर वीडियो कॉल पर जोड़ा गया, जिसने संपत्ति विवरण मांगा और गोपनीयता बरतने को कहा।

डर और भ्रम में आकर फरिहा कुरैशी ने 21 जनवरी से 4 फरवरी 2025 के बीच अलग-अलग किश्तों में भारतीय स्टेट बैंक, गंजपारा ब्रांच से कुल ₹41 लाख RTGS के माध्यम से ‘RBI India’ नामक फर्जी खाते में ट्रांसफर कर दिए।

जांच में हुआ बड़ा खुलासा, हवाला और क्रिप्टो नेटवर्क का इस्तेमाल

प्रकरण दर्ज होने के बाद थाना कोतवाली दुर्ग और साइबर सेल भिलाई ने जांच शुरू की। ट्रांजैक्शन की ट्रेसिंग में ₹9.5 लाख की राशि ‘राजकोट नागरिक सहकारी बैंक’, मोरबी, गुजरात के एक खाते में ट्रांसफर होना पाया गया। इस खाते का संचालन आरोपी मनीष दोसी द्वारा किया जा रहा था, जिसे बैंक के सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में मनीष ने बताया कि उसने यह रकम असरफ खान नामक व्यक्ति के कहने पर अपने खाते में मंगवाई थी। असरफ खान के मोबाइल में क्रिप्टो करेंसी से संबंधित ऐप्स और लेनदेन के सबूत मिले। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि ठगी की रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर दुबई भेजा गया और स्थानीय “अंगड़िया” नेटवर्क से हवाला में डाला गया।

जप्ती और कानूनी कार्यवाही

पुलिस ने आरोपियों के पास से:

रुपये गिनने की मशीन

फोर्ड एंडेवर वाहन (GJ13 AR 2422)
जप्त किए हैं।

प्रकरण में बीएनएस की धारा 317(2), 317(4), 61(2)(ए) तथा आईटी एक्ट की धारा 66(D) जोड़ी गई है। दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया गया और न्यायालय में पेश किया गया।

टीम की भूमिका

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार यादव, सउनि पूरनदास, आरक्षक सुरेश जायसवाल, ACCU टीम से राज कुमार चंद्रा और चित्रसेन साहू की अहम भूमिका रही।

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