Chhattisgarh | शिक्षिका और पंचायत सचिव निलंबित, महतारी वंदन योजना गड़बड़ी से जुड़ा मामला
1 min readChhattisgarh | Teacher and Panchayat Secretary suspended, case related to Mahtari Vandan Scheme irregularities
महासमुंद। महतारी वंदन योजना का नियम विरुद्ध लाभ लेने के मामले में महासमुंद जिले की शिक्षिका नीलम गोस्वामी और उनके पति पंचायत सचिव रमाकांत गोस्वामी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है, जबकि शिक्षा विभाग और जिला पंचायत ने दोनों को निलंबित कर दिया है।
क्या है मामला?
महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत घोड़ारी के सचिव रमाकांत गोस्वामी ने अपनी पत्नी नीलम गोस्वामी, जो ग्राम केशवा के स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं, के नाम पर महतारी वंदन योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। योजना की शर्तों के अनुसार, शासकीय सेवक और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के पात्र नहीं होते।
शिकायत और जांच के बाद सामने आया कि नीलम गोस्वामी ने मार्च 2024 से दिसंबर 2024 तक 10,000 रुपये का अवैध लाभ लिया।
आवेदन से हुआ खुलासा
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 19 दिसंबर को नीलम गोस्वामी ने महतारी वंदन योजना से अपना नाम हटाने का आवेदन दिया। इसके बाद 24 दिसंबर को एक और आवेदन देकर उन्होंने योजना छोड़ने की बात कही। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों ने फर्जी जानकारी देकर योजना का लाभ उठाया।
शिक्षा विभाग और पंचायत विभाग की कार्रवाई
शिक्षिका नीलम गोस्वामी: महासमुंद के जिला शिक्षा अधिकारी मोहनराव सावंत ने नीलम गोस्वामी को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।
पंचायत सचिव रमाकांत गोस्वामी: जिला पंचायत CEO द्वारा रमाकांत गोस्वामी को भी निलंबित कर दिया गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर भी गिरी गाज
जांच के दौरान इस मामले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता जोगी की लापरवाही भी सामने आई है। उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी का बयान
जिला शिक्षा अधिकारी मोहनराव सावंत ने कहा, “यह गंभीर मामला है। दोनों शासकीय सेवक होते हुए भी उन्होंने गलत तरीके से योजना का लाभ उठाया। कार्रवाई के तहत निलंबन और FIR दर्ज की गई है।”
क्या है महतारी वंदन योजना?
महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत पात्र महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को मिलता है जो सरकारी सेवक या उनके परिवार के सदस्य नहीं हैं।
जांच जारी –
विभागीय जांच कमेटी जल्द ही स्कूल और पंचायत में जाकर बयान दर्ज करेगी। वहीं, पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।