Chhattisgarh | बलौदाबाजार में पुलिस का कड़ा कदम, 90 साल से चल रहे अवैध हड्डी गोदामों को किया बंद

Chhattisgarh | Police took strict action in Balodabazar, closed illegal bone warehouses that were running for 90 years.
बलौदाबाजार-भाटापारा। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। 90 वर्षों से संचालित हो रहे चार अवैध हड्डी गोदामों को पुलिस ने एसडीएम और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में बंद करवा दिया है। यह कार्रवाई वायु प्रदूषण में कमी लाने और अस्वास्थ्यकर माहौल को सुधारने के उद्देश्य से की गई है।
जानकारी के अनुसार, ये हड्डी गोदाम ग्राम विश्रामपुर और गणेशपुर में स्थित थे, जो रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे के किनारे आते हैं। इन गोदामों में गौवंश का अवैध वध कर गौमांस की बिक्री की जाती थी, और गौवंश को अवैध रूप से कत्लखानों में ले जाया जाता था। पुलिस को इस संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद थाना सिमगा पुलिस ने इन गोदामों के खिलाफ कार्रवाई तेज की।
वर्ष 2022 में पुलिस ने गौवंश तस्करी और गौमांस विक्रय के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने के लिए पुलिस सहायता केन्द्र लिमतरा भी स्थापित किया था। इसके माध्यम से लगातार निगरानी और कार्रवाई की जा रही थी। इसी क्रम में पुलिस ने 90 वर्षों से चल रहे इन अवैध हड्डी गोदामों को बंद कराया। साथ ही, गौ तस्करी और गौमांस के अवैध व्यापार में लिप्त आरोपी ईलू उर्फ साहिल को जिलाबदर किया गया है।
पुलिस ने गौवंश तस्करी और गौमांस विक्रय करने वाले अन्य आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की है और उन्हें जेल भेजा गया है। यह कार्रवाई क्षेत्र में कानून व्यवस्था और स्वच्छता को बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।