Chhattisgarh | गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बस्तर के कलचा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के साथ 7 और अस्पतालों को एनक्यूएएस प्रमाण पत्र
1 min readChhattisgarh | NQAS certificate to 7 more hospitals along with Kalcha Health and Wellness Center of Bastar for quality health services
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उप स्वास्थ्य केन्द्र मझगांव, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दुल्ला, पीपरोल, पीथमपुर, शिवप्रसादनगर, ससहा, दकई को जारी किया एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन
रायपुर। उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने वाले राज्य के आठ और स्वास्थ्य केन्द्रों को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने विगत अप्रैल से मई माह के बीच इन आठ अस्पतालों का निरीक्षण कर मरीजों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता का परीक्षण किया था। टीम ने इस संबंध में मरीजों से भी फीडबैक लिया था।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिलासपुर जिले के मझगांव उप स्वास्थ्य केंद्र, गरियाबंद के दुल्ला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, बस्तर के कलचा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, बलरामपुर जिले के पीपरोल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के पीथमपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सरगुजा के शिवप्रसाद नगर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, बलौदाबाजार के ससहा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा सरगुजा के दकई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र से नवाजा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के मूल्यांकन में मझगांव उप स्वास्थ्य केंद्र को 81 प्रतिशत, दुल्ला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 82 प्रतिशत, कलचा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 89 प्रतिशत, पीपरोल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 73 प्रतिशत, पीथमपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 89 प्रतिशत, शिवप्रसाद नगर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 93 प्रतिशत, ससहा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 96 प्रतिशत एवं दकई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 88 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने समर्पित स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उत्कृष्टता प्रमाण पत्र हासिल करने वाले इन सभी अस्पतालों के स्टॉफ को बधाई दी है। उन्होंने भरोसा जताया है कि ये अस्पताल आगे भी अपनी उत्कृष्टता बरकरार रखते हुए मरीजों की सेवा करेंगे और प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। दूरस्थ अंचलों में स्थित शासकीय अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र मिलना इस बात का संकेत है कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं सभी क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इनमें उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।