Chhattisgarh | नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर पार्टी से निष्कासित

Chhattisgarh | Newly elected Municipal Corporation Chairman Nutan Singh Thakur expelled from the party
रायपुर/कोरबा। छत्तीसगढ़ बीजेपी ने अनुशासनहीनता के गंभीर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ठाकुर ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल के खिलाफ बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी।
कोरबा नगर निगम चुनाव में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला था, जहां पार्टी का महापौर भी निर्वाचित हुआ। इसके बाद सभापति पद के लिए बीजेपी ने हितानंद अग्रवाल को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन नूतन सिंह ठाकुर ने बगावत करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे।
चुनाव परिणाम –
नूतन सिंह ठाकुर को 33 वोट मिले।
आधिकारिक उम्मीदवार हितानंद अग्रवाल को मात्र 18 वोट ही मिल पाए।
निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल रहमान को 16 वोट प्राप्त हुए।
विवाद और निष्कासन –
बीजेपी के डिप्टी सीएम अरुण साव के करीबी माने जाने वाले हितानंद अग्रवाल की उम्मीदवारी का कोरबा के कई बीजेपी नेताओं ने विरोध किया। उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन और विकास महतो ने ठाकुर का समर्थन किया, जिससे पार्टी के भीतर खींचतान बढ़ गई।
चुनाव के बाद लखनलाल देवांगन ने नूतन सिंह ठाकुर की जीत को बीजेपी की जीत बताते हुए उन्हें बधाई दी थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ा कदम उठाया और ठाकुर को निष्कासित कर दिया।
बंद कमरे में हुई थी बैठक –
चुनाव से पहले पार्टी के पर्यवेक्षक पुरेंद्र मिश्रा की देखरेख में बंद कमरे में बैठकें हुईं। संगठन ने हितानंद अग्रवाल के नाम पर सहमति बनाने की कोशिश की, लेकिन नूतन सिंह ठाकुर ने बागी रुख अपनाते हुए चुनाव लड़ा और पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार को हराकर सभापति बने।
बीजेपी का संदेश –
बीजेपी ने इस कार्रवाई से स्पष्ट संकेत दिया है कि पार्टी में अनुशासन से ऊपर कोई नहीं है। पार्टी की लाइन से हटने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।