Chhattisgarh | “एयरगन से नक्सली? सरकार का ऑपरेशन हास्यास्पद” – भूपेश बघेल ने बस्तर की स्थिति पर उठाए गंभीर सवाल

Chhattisgarh | “Naxalites with airguns? Government’s operation is ridiculous” – Bhupesh Baghel raised serious questions on the situation in Bastar
बीजापुर, 15 मई 2025। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को बीजापुर पहुंचे और सर्किट हाउस में मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने हाल ही में हुए नक्सल ऑपरेशन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ऑपरेशन में बरामद हथियारों में सबसे ज्यादा एयर गन हैं, जो हास्यास्पद है। उन्होंने कहा, “क्या नक्सली अब मिलिट्री संगठन की जगह एयरगन से लड़ रहे हैं?”
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी सवाल उठाया कि मारे गए 31 नक्सलियों के शव कई दिनों तक क्यों रखे गए और मीडिया को इसकी पूरी जानकारी क्यों नहीं दी गई। बघेल ने दावा किया कि जिस ऑपरेशन को प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने पहले नकारा था, उसी को अब प्रदेश के DGP ने सही बता दिया, जिससे खुद सरकार के बयान पर ही सवाल उठने लगे हैं।
भूपेश बघेल ने नक्सल कार्रवाई के नाम पर आदिवासियों को फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि “सैकड़ों निर्दोष आदिवासियों पर NIA की कठोर धाराएं लगाकर उन्हें जेल में डाला जा रहा है। पुलिसिया कार्यवाही के डर से लोग पलायन कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि दक्षिण बस्तर की स्थिति असामान्य होती जा रही है, और सरकार सिर्फ आंकड़ों की खानापूर्ति के लिए गिरफ्तारियां कर रही है।
सरकारी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि अब तो सरकारी कर्मचारियों तक को नक्सल मामलों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है। भोपालपट्टनम के कुकनूर क्षेत्र में कोरंडम खदान बिना ग्रामसभा की सहमति के शुरू की जा रही है, जबकि वह क्षेत्र बफर जोन में आता है, जहां तेंदूपत्ता तुड़ाई पर रोक है।
उन्होंने यह भी कहा कि “नक्सलमुक्त गांवों को एक करोड़ रुपये की योजना अव्यवहारिक है। इससे गांव के मुखिया और ग्रामीणों की जान को खतरा हो सकता है।”
“यहां शासन नाम की कोई चीज नहीं”
भूपेश बघेल ने कहा कि “यहां शासन नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। अधिकारों का खुला दुरुपयोग हो रहा है। सुशासन की बात करने वाली भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार की योजनाएं निरस्त कर दी हैं। ऐसी स्थिति में विकास की कल्पना कैसे की जा सकती है?”
उन्होंने भाजपा सरकार की योजनाओं को केवल “नारे और होल्डिंग्स” तक सीमित बताते हुए कहा कि जमीनी हकीकत कुछ और है।