Chhattisgarh | महिला सुरक्षा के लिए मोबाइल एप ‘अभिव्यक्ति’ लॉन्च, आपात स्थिति में ऐसे करेंगे उपयोग
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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू पुलिस परेड ग्राउंड में केंद्रीय और राज्य बलों के साथ नए साल के आयोजन में शरीक हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिला सुरक्षा के लिए मोबाइल एप ‘अभिव्यक्ति’ लॉन्च किया। इस एप की मदद से महिलाएं आपात स्थिति में SOS बटन दबाकर मदद मांगने के साथ बिना थाने जाए अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान और जवान दोनों की जय-जय हो रही है। जवानों की ड्यूटी की वजह से हम चैन से सो पाते हैं, कोरोना काल में कर्तव्यों के निर्वहन में अधिकारियों ने पूरे देश में मिसाल कायम किया है। पुलिस परिवार बधाई का पात्र है। आम लोगों का विश्वास छत्तीसगढ़ पुलिस ने हासिल किया है। NCRB द्वारा देश में दूसरा स्थान मिला इसलिए भी छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई।
मुख्यमंत्री ने कालीचरण की गिरफ्तारी पर छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई दी। इसके साथ कहा कि जवानों की कुशलता को पूरे देश ने देखा, मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हमने चुनौतियाँ को स्वीकार किया और सफलता भी प्राप्त की। चाहे वह बिलासपुर अपहरण हो और भिलाई अपहरण की बात हो। पुलिस ने चुनौतियों का सामना किया और अपराधियों के मांद में घुसकर सफलता अर्जित की है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि बाहर के लोग हमेशा नक्सली के बारे में बात करते थे, लेकिन पिछले तीन साल में हमने ये छवि बदली है। प्रदेश के बारे में चर्चा होती थी कि नक्सली दहशत से भरा है। यह सोच हमने बदली है, सभी का विश्वास जीता है, लोग अब नक्सली नहीं, विकास की बात करते हैं। अब बस्तर के लोग विकास की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं कि हमारे यहाँ सड़कें, अस्पताल, स्कूल, पीडीएस दुकान, ट्यूबवेल जैसी सुविधाएं पहुँच रहीं हैं।
नक्सली समस्या सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक समस्या है। अब हम नक्सलियों के कोर सेक्टर में मौजूद हैं, जिससे उनके हौसले पस्त हुए हैं, विकास की किरणें प्रत्येक जगह पहुंच रही हैं, पुलिस को लोग दुश्मन नहीं दोस्त मान रहे हैं। सुकमा का अधिकांश हिस्सा नक्सलियों से मुक्त हो चुका है। पुल बनने से लोगों का आवागमन भी शुरू हो गया है। वनवासी लोगों के लिए पुलिस डाक्टर, शिक्षक, मित्र जैसे भूमिका में दिखाई दे रही है। बिना खून बहाए नक्सलियों का सफाया हो गया, प्रदेश तरक्की करे ये हमारी सोच है।
इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ को अब नए नजरिए से देखा जा रहा है। नक्सलियों के लिए पुनर्वास नीति के तहत 1200 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। 3 वर्षों में नक्सल घटनाओं में 40% की कमी आई है। आम नागरिकों के मन में पुलिस के लिए सम्मान और अपराधियों के मन में भय के संकल्प के साथ पुलिस काम कर रही है। भारत में पहली बार छग में तृतीय लिंग के लोगों को पुलिस में भर्ती होने का मौका मिला।