Chhattisgarh Liquor Scam | तीन डिस्टलरी संचालकों पर शिकंजा, ईडी ने कोर्ट में पेश की याचिका
1 min readChhattisgarh Liquor Scam | Crackdown on three distillery operators, ED presents petition in court
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में हुए ढाई हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले में ईडी ने तीन डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाने की याचिका विशेष अदालत में दायर की है। इस याचिका में ईडी ने घोटाले में डिस्टलरी संचालकों की संलिप्तता के पुख्ता सबूत पेश किए हैं। माना जा रहा है कि इस कदम से डिस्टलरी संचालकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। स्पेशल कोर्ट ने याचिका को स्वीकार कर सुनवाई की तारीख तय कर दी है।
फर्जी होलोग्राम के जरिए अवैध शराब का खेल
ईडी के अनुसार, 2019 से 2022 के बीच प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी द्वारा नकली होलोग्राम डिस्टलरी को दिए गए, जिन्हें अवैध शराब की बोतलों पर चिपकाकर सरकारी दुकानों तक पहुंचाया गया। इस संगठित गिरोह ने राज्य के खजाने को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया है।
पूर्व आईएएस टूटेजा की जमानत याचिका खारिज
हाई कोर्ट ने शराब घोटाले के आरोपी पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा की जमानत याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने टिप्पणी की कि भ्रष्टाचार राष्ट्र का दुश्मन है, और दोषियों को दंडित करना अत्यंत आवश्यक है। टूटेजा पर आरोप है कि उन्होंने सिंडिकेट के साथ मिलकर सरकारी खजाने को लगभग 1660 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया।
सिंडिकेट पर कार्रवाई तेज, कई मामले लंबित
शराब घोटाले में शामिल सिंडिकेट के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। ईडी और एसीबी की जांच में सरकारी अधिकारियों और व्यवसायियों की मिलीभगत उजागर हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि घोटाले से जुड़े सभी आरोपियों पर आने वाले दिनों में सख्त कार्रवाई हो सकती है।