Chhattisgarh | बीजापुर में 50 नक्सलियों का ऐतिहासिक आत्मसमर्पण, सीएम विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों को दी बधाई

Chhattisgarh | Historic surrender of 50 Naxalites in Bijapur, CM Vishnudev Sai congratulated the security forces
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने एक्स (Twitter) पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि 50 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों ने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए सुरक्षाबलों को बधाई दी।
हमारी नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति – 2025 का परिणाम है कि बीजापुर जिले में कुल 50 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जाना ऐतिहासिक है। इस महत्वपूर्ण कामयाबी के लिए सुरक्षाबलों को बहुत-बहुत बधाई।… pic.twitter.com/YXKlzrKWe5
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) March 30, 2025
सीएम साय ने लिखा कि उनकी सरकार की ‘नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति – 2025’ के तहत यह परिणाम सामने आया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद का पूरी तरह खात्मा करने का लक्ष्य रखा गया है।
2200 से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार, 350 से अधिक मारे गए
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 2200 से अधिक नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 350 से ज्यादा मारे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के कुचक्र में फंसे लोग अब बंदूक छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है।
बस्तर संभाग में सरकार का फोकस
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि उनकी सरकार बस्तर संभाग के सुदूर इलाकों में लगातार सुरक्षा कैंप स्थापित कर रही है। इसके अलावा, सड़क निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार, लाल आतंक छोड़कर शांति के रास्ते पर लौटने वाले लोगों के पुनर्वास के लिए पूरी तरह तैयार है।
सरकार की नीति का असर
मुख्यमंत्री के अनुसार, ‘डबल इंजन’ सरकार की मजबूत रणनीति और सुरक्षा बलों की कार्रवाई के चलते बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इससे छत्तीसगढ़ में शांति स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया गया है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजना का लाभ
सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजना का लाभ देकर उन्हें समाज में फिर से स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है।