Chhattisgarh | नवा रायपुर में एनएफएसयू और सीएफएसएल की आधारशिला, अमित शाह बोले – फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में भारत होगा वैश्विक अग्रणी

Chhattisgarh | Foundation stone of NFSU and CFSL laid in Nava Raipur, Amit Shah said – India will be a global leader in the field of forensic science
रायपुर, 22 जून 2025। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (CFSL) के रायपुर परिसर का शिलान्यास किया। इसके साथ ही एनएफएसयू के अस्थायी परिसर का ई-उद्घाटन भी किया गया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय गृह सचिव, खुफिया ब्यूरो निदेशक सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में आएगा नया युग
शाह ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ और पूरे मध्य भारत के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। फॉरेंसिक साइंस से भारत दोषसिद्धि की दर में विश्व के अग्रणी देशों की कतार में शामिल होगा।
शाह ने भरोसा दिलाया कि तीन नए आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन से देश में तीव्र, वैज्ञानिक और सटीक न्याय प्रणाली की नींव रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि “जिन अपराधों में सात साल से अधिक की सजा है, उनमें फॉरेंसिक जांच अनिवार्य होगी। इससे वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर न्याय सुनिश्चित होगा।”
एनएफएसयू का ग्रेजुएशन=नौकरी की गारंटी
अमित शाह ने कहा कि रायपुर में NFSU और CFSL की स्थापना से न सिर्फ शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि छत्तीसगढ़ में फॉरेंसिक शिक्षा और तकनीक के नए द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि “एनएफएसयू से ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को नौकरी की पूरी गारंटी मिलेगी।”
268 करोड़ की लागत से बनेगा अत्याधुनिक परिसर
एनएफएसयू के लिए 145 करोड़ और सीएफएसएल के लिए 123 करोड़, कुल 268 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक परिसर का निर्माण होगा। साथ ही, पूरे देश में 26 स्थानों पर NFSU का विस्तार किया जाएगा, जिससे हर साल 32 हजार फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स तैयार होंगे।
आई-हब से बढ़ेगा स्टार्टअप कल्चर
कार्यक्रम में शाह ने आई-हब इनिशिएटिव का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र युवाओं को स्टार्टअप के लिए तकनीकी, वित्तीय और विपणन सहायता देगा और MSME सेक्टर को मजबूती प्रदान करेगा।
2047 के विकसित भारत में ‘समय पर न्याय’ भी शामिल
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ विजन में सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर और इकोनॉमी नहीं, बल्कि समय पर न्याय मिलना भी एक प्रमुख स्तंभ है।
फॉरेंसिक टेक्नोलॉजी में भारत का बढ़ता योगदान
उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक साइंस का वैश्विक बाजार 2036 तक 55 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है और इसमें भारत की हिस्सेदारी 9% तक रहने की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन
शाह ने कहा कि यह वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का शताब्दी वर्ष है और छत्तीसगढ़ के निर्माण का श्रेय उन्हें जाता है। वहीं, छत्तीसगढ़ को संवारने और आधुनिक बनाने का कार्य प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हो रहा है।