November 26, 2024

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Chhattisgarh | पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए पर्यटन स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं के विकास पर जोर

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Chhattisgarh | Emphasis on the development of basic facilities at tourist places keeping in mind the environmental protection

रायपुर। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट के अरपा सभाकक्ष में जिला स्तरीय पर्यटन समिति की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए पर्यटन स्थलों में बेसिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारी, आर्या प्रेरणा समिति जगदलपुर, विलेजवेज ट्रेवल्स अयारपानी अल्मोडा (उत्तराखंड) एवं होमस्टे ऑफ इंडिया रामपार्क उत्तम नगर नई दिल्ली के पदाधिकारी भी शामिल थे।

बैठक में कलेक्टर ने बताया की स्थानीय पर्यटन समितियों का गठन कर जिले के झोझा जलप्रपात, राजमेरगढ़, ठाड़पथरा, आमाडोब, लमना, धरमपानी, पूटा आदि पर्यटन स्थलों का विकास जनजाति परिवेश में वहां की खान पान, पहनावा, संस्कृति पर केंद्रित कर किया जा रहा है। उन्होने ग्राम स्तरीय पर्यटन समिति को प्रशिक्षण देने, ग्राम स्तरीय पर्यटन समिति का विकासखंड स्तर पर हर महीने तथा जिला स्तरीय पर्यटन समिति का बैठक प्रत्येक तीन माह में आयोजित करने कहा। उन्होने जिले की पयर्टक स्थलों की जानकारी आम लोगों तक पहुंचानें के लिए रेल्वे प्रबंधन से चर्चा कर पर्यटन स्थलों का नाम, दूरी एवं सम्पर्क नम्बर के साथ टूरीज्म सर्किट मैप का बोर्ड रेल्वे स्टेशन पर लगाने कहा।

बैठक में विलेज वेज ट्रेवल्स की प्रतिनिधि मनीष पाण्डेय ने प्रस्तुतीकरण के जरिए अल्मोड़ा उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में भारत और नेपाल के 28 गांवों में कर रहे अपने कार्य अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि जीपीएम जिले में भरपूर सौंदर्य है, यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं है। पर्यटन स्थलों में पर्यटकों को बुनियादी सुविधाएं जरूर मिलनी चाहिए। साथ ही स्थानीय परिवेश, स्थानीय उत्पादों, स्थानीय गतिविधियों को शामिल करते हुए पर्यटन क्षेत्रों का विकास किया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधिकारी श्री प्रमील वर्मा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से छत्तीसगढ़ के विभिन्न धार्मिक, एतिहासिक एवं प्राकृतिक पयर्टन स्थलों की जानकारी दी।

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