Chhattisgarh Elections 2023 | चुनाव ड्यूटी पर बीमार पड़े कर्मचारी तो घबराने की जरूरत नहीं, आयोग ने किया बड़ा फैसला
1 min readChhattisgarh Elections 2023 | There is no need to panic if employees fall ill on election duty, the Commission took a big decision
रायगढ़। यदि आपकी चुनाव ड्यूटी लगी है और आप संयोग से बीमार पड़ गए, तो आपको घबराने की जरुरत नहीं है. ऐसे में आपका निःशुल्क इलाज निर्वाचन आयोग ही कराएगा. इसके लिए छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के सभी सरकारी अस्पताल चिंहित हैं. साथ ही अगर बीमारी गंभीर हैं और जरुरत पड़ी तो रायपुर के चार बड़े अस्पतालों में भी इलाज की सुविधा मिलेगी. इतना ही नहीं यदि जरुरत पड़ी तो हैदराबाद और विशाखापट्नम के एक-एक अस्पतालों को भी चिंहित किया गया है और यहां भी इलाज की सुविधा मिलेगी. इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से एक आदेश जारी किया गया है.
दरअसल, आदेश के मुताबिक निर्वाचन कार्य में आदेशित अधिकारी-कर्मचारियों के स्वास्थ्य सुविधा रायगढ़ जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क मेडिकल सुविधा दी जाएगी. जिले के सरकारी अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध नहीं होने की स्थिति या फिर आपातकालीन स्थिति में निःशुल्क इलाज के लिए राज्य और राज्य के बाहर के अस्पतालों की सूची दी गई है जहां इलाज की सुविधा मिलेगी. राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर आयुक्त स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा भी आदेश जारी कर चिन्हांकित अस्पतालों की सूची दी गई है.
इन माध्यमों से होगा इलाज –
यदि कर्मचारी बीमार पड़े और इलाज की जरुरत पड़ी, तो जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य नोडल एजेंसी, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में इलाज के लिए संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा इन अस्पतालों में रेफर किया जाएगा. जिला प्रशासन इसके लिए राज्य नोडल एजेंसी से संपर्क करेंगे.
7 हजार से अधिक कर्मचारियों की लगी ड्यूटी –
इस चुनाव में करीब सात हजार अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. इसमें से 5 हजार तो केवल मतदान केंद्रों में जाएंगे. इसके अलावा करीब दो हजार ऐसे अधिकारी-कर्मचारी हैं जो चुनाव का अलग-अलग काम कर रहे हैं. इसमें सेक्टर भी शामिल हैं, जो चुनाव शुरु होने से पहले से ही फिल्ड में काम कर रहे हैं. चुनाव के दौरान किसी की अचानक तबीयत खराब होने पर उनका इलाज किया जाएगा.
इन अस्पतालों में होगा इलाज –
राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जिन अस्पतालों को इलाज के लिए चिंहित किया गया है. उसमें सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा रायपुर का बालाजी अस्पताल, नारायणा अस्पताल, रामकृष्ण केयर अस्पताल और एनएचएमएमआई अस्पताल शामिल है. इसके साथ ही यदि जरुरत पड़ी तो हैदराबाद के केयर हॉस्पीटल और विशाखापट्टनम के अपोलो अस्पताल को भी अधिकृत किया गया है.