Chhattisgarh Chunav 2023 | विधानसभा चुनाव घोषणापत्र के लिए भाजपा ने पत्रकारों से मांगे सुझाव, कांग्रेस ने कसा तंज
1 min readChhattisgarh Election 2023 BJP asked for suggestions from journalists for assembly election manifesto, Congress took a jibe.
रायपुर। भाजपा सांसद व घोषणा पत्र समिति के संयोजक विजय बघेल ने मीडिया संवाद कार्यक्रम में विधानसभा चुनाव घोषणापत्र के लिए पत्रकारों के सुझाव मांगे। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में बघेल ने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र के लिए सुझाव देते समय समाज के हर वर्ग के लोगों के चेहरों पर खुशी और उत्साह है। यह देखकर हमें प्रेरणा मिली। इसके पीछे कारण प्रदेश की भूपेश सरकार का पिछले पौने पांच साल का कार्यकाल है, जिसमें प्रदेश की जनता को धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार, घोटाले देखने को मिला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने जनता का शोषण कर, उनका हक छीना है। संवाद कार्यक्रम में उन्होंने सीधे पत्रकारों से वन-टू-वन कर सुझाव लिए, वहीं बड़ी संख्या में पत्रकारों ने लिखित में भी अपने सुझाव संयोजक बघेल को सौंपे। इस अवसर पर भाजपा चुनाव मीडिया प्रभारी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, प्रदेश चुनाव मीडिया समिति संयोजक रसिक परमार, घोषणा पत्र समिति के सदस्य सचिव पंकज झा, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल उपस्थित रहे।
भाजपा के घोषणा पत्र के लिए पत्रकारों से सुझाव मांगने पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा का घोषणा पत्र जनता को ठगने का दस्तावेज है। किस नैतिकता से भाजपा पत्रकार जैसी प्रबुद्ध बिरादरी से सुझाव मांग रही है। भाजपा के लिए घोषणा पत्र जनता को ठगने का दस्तावेज होता है।
उन्होंने कहा, भाजपा हर चुनाव के पहले घोषणा पत्र बनाती है, जिसको संकल्प पत्र नाम देती है, लेकिन कभी घोषणा पत्र के वादों को पूरा नहीं करती है। तीन बार 2003, 2008, 2013 के चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किया था। यह वह घोषणाएं है, जिसे उसने तीनों बार मुख्य पेज में छापा था। तीन चुनावों में 31 वादे किए, जिनमें 25 को पूरा नहीं किया। कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है। हमारे लिए घोषणा पत्र वादा निभाने का पवित्र दस्तावेज होता है, भाजपा के लिये यह एक चुनावी हथियार मात्र होता है।