Chhattisgarh | उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नई SOR का किया विमोचन, सड़कों के संधारण में होगा बड़ा सुधार
1 min readChhattisgarh | Deputy Chief Minister Arun Sao released the new SOR, there will be a big improvement in the maintenance of roads.
रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री अरुण साव ने आज सड़क एवं सेतु कार्य की नवीन दर अनुसूची (SOR) का विमोचन किया। 1 जनवरी 2025 से लागू होने वाले इस अद्यतन SOR में नई मशीनरी, आधुनिक निर्माण तकनीकों और जीएसटी प्रावधानों को शामिल किया गया है। इससे राज्य में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में सुधार होगा और ठेकेदारों का वित्तीय जोखिम कम होगा।
नए SOR की मुख्य विशेषताएं –
GST का समावेश : नई दर अनुसूची में 1 जुलाई 2017 से लागू GST को शामिल किया गया है। ठेकेदारों को अलग से GST का भुगतान नहीं करना पड़ेगा, जिससे वित्तीय अनिश्चितता कम होगी।
नई तकनीकों का उपयोग : नवीन SOR में स्वाइल स्टेबलाईजेशन, व्हाइट टॉपिंग, एल्युमिनियम कंपोजिट मटेरियल शीटिंग, प्रीकास्ट आरसीसी ड्रेन, बंबू क्रैश बैरियर और नॉइज बैरियर जैसी तकनीकों को शामिल किया गया है।
वास्तविक लागत का आंकलन : डीपीआर और प्राक्कलन में वास्तविक लागत का आंकलन संभव होगा, जिससे पुनरीक्षित स्वीकृतियों की आवश्यकता कम होगी।
सड़कों के संधारण में नई पहल : उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि Performance Based Maintenance Contract (PBMC) और Output and Performance Based Maintenance Contract (OPRMC) पद्धति को छत्तीसगढ़ में लागू किया जाएगा।
क्या है PBMC/OPRMC? –
सड़कों का संधारण 5 से 7 वर्षों के लिए एक ही एजेंसी को सौंपा जाएगा।
सड़क क्षतिग्रस्त होने पर तय समय-सीमा में एजेंसी को मरम्मत करनी होगी।
यदि ठेकेदार समय पर संधारण नहीं करता है, तो विलंब पर पेनाल्टी लगाई जाएगी।
ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए सड़कों की स्थिति की निगरानी की जाएगी।
पायलेट प्रोजेक्ट होगा लॉन्च –
प्रदेश में इस नई संधारण प्रणाली को पायलेट आधार पर कुछ जिलों में लागू किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के सफल परिणाम आने पर इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता –
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समय-सीमा का विशेष ध्यान रख रही है। नई SOR और PBMC जैसी पहल से निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
नए SOR का लागू होना और PBMC/OPRMC प्रणाली का कार्यान्वयन, छत्तीसगढ़ में सड़क निर्माण और संधारण क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगा। इससे राज्य की सड़कों की हालत बेहतर होगी और लंबे समय तक टिकाऊ इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास संभव होगा।