Chhattisgarh | स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने मुख्यमंत्री की बड़ी पहल, 5 विशेषज्ञ चिकित्सक और 15 चिकित्सा अधिकारियों की संविदा नियुक्ति
1 min readChhattisgarh | Chief Minister’s big initiative to strengthen health services, contractual appointment of 5 specialist doctors and 15 medical officers
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 5 विशेषज्ञ चिकित्सकों और 15 चिकित्सा अधिकारियों की संविदा नियुक्ति की गई है। इन नियुक्तियों से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बड़ा बल मिलेगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि नए संविदा चिकित्सा अधिकारियों को रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर, और दुर्ग संभागों के विभिन्न प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, तथा जिला अस्पतालों में तैनात किया गया है। इससे प्रदेश में त्वरित इलाज और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित होंगी।
संविदा पदों पर नियुक्त चिकित्सकों की सूची –
विशेषज्ञ चिकित्सक
डॉ. पी. सुधाकर – जिला अस्पताल, बीजापुर
डॉ. राहुल माणिकराव राठौड़ – जिला अस्पताल, बीजापुर
डॉ. समीरानंदन रेड्डी सी. – जिला अस्पताल, बीजापुर
डॉ. वी. अमरिंदर – जिला अस्पताल, बीजापुर
डॉ. समीर रजक – जिला अस्पताल, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
चिकित्सा अधिकारी (संविदा)
रायपुर संभाग
डॉ. दीनेन्द्र प्रधान
डॉ. साक्षी नायक
डॉ. जाश्मीन चावड़ा
बिलासपुर संभाग
डॉ. विरेन्द्र कुमार सार्वा
डॉ. विशाल कुमार केसर
डॉ. उपासना साहू
डॉ. जीनत शेख
डॉ. निशि निर्मल
डॉ. सौरव विश्वास
सरगुजा संभाग
डॉ. आस्था जयसवाल
डॉ. प्रीति कुशवाहा
दुर्ग संभाग
डॉ. आकाश साहू
डॉ. समीक्षा डाकलिया
डॉ. स्वाति मिश्रा
बस्तर संभाग
डॉ. एम. रामाकृष्णा मादारापु
मुख्यमंत्री का निर्देश और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की सुगमता और गुणवत्तापूर्ण प्रदायगी सुनिश्चित करना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इन नियुक्तियों से राज्य के अस्पतालों में इलाज की प्रक्रिया में तेजी आएगी और मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा जारी आदेश के अनुसार, सभी नए डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से उनके संबंधित केंद्रों में योगदान देने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार की इस पहल को लेकर जनता और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सराहना की है।