Chhattisgarh | मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अखिल भारतीय गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में हुए शामिल

Chhattisgarh | Chief Minister Vishnudev Sai attended the closing ceremony of All India Gold Cup Football Competition.
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर में स्व. दिलीप सिंह जूदेव स्मृति अखिल भारतीय गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत की। 8 फरवरी से 23 फरवरी तक आयोजित इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में देशभर के 16 राज्यों की राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल टीमों ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री साय ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि खेलों में बढ़ती रुचि और सरकार के समर्थन से छत्तीसगढ़ एक खेल हब बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने राज्य में खेलों के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही और घोषणा की कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को 2 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
रणजीता स्टेडियम बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैदान –
मुख्यमंत्री साय ने रणजीता स्टेडियम के जीर्णोद्धार की घोषणा करते हुए कहा कि इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बेहतर खेल सुविधाओं के निर्माण से प्रदेश के युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
रोमांचक फाइनल मुकाबला, विजेता टीम को दी बधाई
प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में रेलवे नागपुर और एमईजी बैंगलूरू की टीमें आमने-सामने रहीं। मुख्यमंत्री साय ने इस रोमांचक मुकाबले का आनंद लिया और विजेता टीम को ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने आयोजन समिति को सफल आयोजन के लिए बधाई दी और भविष्य में इस टूर्नामेंट को और भव्य बनाने का आश्वासन दिया।
इस ऐतिहासिक मुकाबले को देखने के लिए शहरवासियों के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी बड़ी संख्या में खेल प्रेमी पहुंचे।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख हस्तियां –
समारोह में जशपुर विधायक रायमुनि भगत, पत्थलगांव विधायक गोमती साय, नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद भगत, यश प्रताप सिंह जूदेव, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, शांति भगत, पार्षद फैजान सरवर, ओम प्रकाश, नरेश नंदे सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, खिलाड़ी, कोच और खेल प्रेमी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री साय के इस ऐलान से प्रदेश में खेलों के प्रति उत्साह और बढ़ेगा और छत्तीसगढ़ खेल जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाएगा।