Chhattisgarh | छत्तीसगढ़ बना हाई-टेक हब …

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Chhattisgarh | Chhattisgarh becomes a hi-tech hub …

रायपुर, 22 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ में सेमीकंडक्टर उद्योग की स्थापना प्रदेश के विकास में एक नया तकनीकी अध्याय जोड़ रही है। दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक में अब छत्तीसगढ़ के युवा अपनी जगह बना रहे हैं। यह बदलाव न केवल प्रदेश के औद्योगिक भविष्‍य को पुनर्परिभाषित करेगा, बल्कि युवाओं के लिए वैश्विक रोजगार के नए द्वार भी खोलेगा।

पॉलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड भारत की पहली सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी छत्तीसगढ़ में ₹1143 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक विनिर्माण इकाई स्थापित कर रही है। डेढ़ लाख वर्ग फीट में बन रहा यह प्लांट वर्ष 2030 तक 10 अरब चिप्स का उत्पादन करेगा, जिनका उपयोग 6G/7G, टेलीकॉम, लैपटॉप, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स सहित उभरती तकनीकों में होगा। यह निवेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न और केंद्र सरकार की तकनीकी नीतियों का परिणाम बताया गया है।

12 युवा चयनित, चेन्नई से लेकर यूरोप-एशिया तक मिलेगी ट्रेनिंग

कंपनी ने प्रशिक्षण और नियुक्ति के लिए छत्तीसगढ़ के प्रथम बैच के 12 युवाओं का चयन किया है। इनमें दुर्ग, भिलाई, बालोद, रायपुर, रायगढ़ और बस्तर जैसे जिलों के इंजीनियरिंग और कॉमर्स ग्रेजुएट्स शामिल हैं। चयनित युवाओं में –

आभार मेहूंकर (दुर्ग)

अभिषेक काशी (भिलाई)

नवीन देवांगन (बालोद)

कुणाल यादव (रायपुर)

तुषार देवांगन (बस्तर)

अपूर्व देवांगन (रायपुर)

धारा सरपे (भिलाई)

अरिन सोनी (रायपुर)

तरू यादव (रायगढ़)

तुषार ठाकुर (भिलाई)

भूपेंद्र यादव (रायपुर)

अबिश सी. थॉमस (बालोद)
शामिल हैं।

इन युवाओं को पहले चेन्नई में उच्चस्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा। एयर ट्रैवल, आवास और भोजन सहित सभी खर्च कंपनी वहन करेगी। इसके बाद इन्हें एस्टोनिया, सिंगापुर और फ्रांस स्थित पॉलीमैटेक के वैश्विक प्लांट्स में भी एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी। मार्च 2026 तक चयनितों की संख्या बढ़कर 200–250 होने की संभावना है।

युवाओं को मिल रही अंतरराष्ट्रीय पहचान: मुख्यमंत्री साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने परियोजना को प्रदेश के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा “सेमीकंडक्टर उद्योग की स्थापना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विज़न के अनुरूप छत्तीसगढ़ को हाई-टेक हब बना रही है। पॉलीमैटेक द्वारा हमारे युवाओं का चयन और उन्हें चेन्नई से लेकर एस्टोनिया, सिंगापुर और फ्रांस तक प्रशिक्षण देना इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ की प्रतिभा को वैश्विक मंच पर मान्यता मिल रही है। यह अवसर युवाओं को भविष्य का तकनीकी नेतृत्व प्रदान करेगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर निवेशक को पूरा सहयोग और युवाओं को अत्याधुनिक कौशल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

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