Chhattisgarh | छत्तीसगढ़ में विदेशी फंडिंग से धर्मांतरण पर बवाल, सरकार बनाएगी सबसे सख्त कानून!

Chhattisgarh | Chaos in Chhattisgarh over conversion through foreign funding, government will make the strictest law!
रायपुर, 17 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को विदेशी फंडिंग के जरिए धर्मांतरण का मुद्दा जोरशोर से उठा। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सदन में कहा कि एनजीओ के माध्यम से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा है और इसके लिए विदेशों से फंडिंग हो रही है। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में बदलती जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) को गंभीर चिंता का विषय बताया।
गृह मंत्री का बयान – सख्त कानून की तैयारी
गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में 153 एनजीओ विदेशी फंडिंग से संचालित हो रहे हैं, जबकि पहले यह संख्या 364 थी। 84 संस्थाओं की फंडिंग पर रोक लगाई जा चुकी है और 127 की वैधता समाप्त कर दी गई है। उन्होंने ऐलान किया कि प्रदेश में धर्मांतरण रोकने के लिए देश का सबसे कठोर कानून बनाया जाएगा।
विदेशी फंडिंग पर रखी जा रही है कड़ी निगरानी
गृह मंत्री ने बताया कि विदेशी फंडिंग की निगरानी केंद्र सरकार करती है, लेकिन यदि किसी संस्था पर अतिरिक्त संदेह होता है, तो राज्य सरकार भी जांच कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं को 200-300 करोड़ रुपये का सरकारी अनुदान मिलता है और अब सरकार पिछले तीन सालों के अनुदानों का ऑडिट कराने जा रही है।
बढ़ते धर्मांतरण पर सरकार सख्त
इस मुद्दे पर भाजपा विधायकों राजेश मूणत, नीलकंठ टेकाम, सुशांत शुक्ला और रायमुनी भगत ने भी अपनी चिंता जाहिर की। रायमुनी भगत ने एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला अपने बेटे का हिंदू रीति-रिवाजों से अंतिम संस्कार करना चाहती थीं, लेकिन गांव में ईसाई बहुलता होने के कारण अंतिम संस्कार ईसाई परंपरा से किया गया।