Chhattisgarh | Chakradhar Samaroh of Raigarh is the identity of Chhattisgarh’s culture and art: Chief Minister
रायपुर, 27 अगस्त 2025। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ में आयोजित चक्रधर समारोह को छत्तीसगढ़ की संस्कृति और कला की अद्वितीय पहचान बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन परंपरा, इतिहास और कलाओं की सुंदरता को अनुभव कराने का अद्भुत अवसर है। गणेशोत्सव की परंपरा से जुड़ा यह समारोह आज भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की लय और माधुर्य से पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रायगढ़ का यह महोत्सव न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक अस्मिता को गौरवान्वित करता है। महाराजा चक्रधर सिंह जी की स्मृति में आयोजित यह समारोह राज्य की सांस्कृतिक यात्रा को और अधिक समृद्ध करता है। रायगढ़ की धरती हमारी अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर और कला-संपन्न परंपरा की प्रतीक है।
उन्होंने स्मरण दिलाया कि महाराजा चक्रधर सिंह जी ने भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य को नई पहचान दी और रायगढ़ को कला की राजधानी बना दिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने समस्त कला-प्रेमियों को इस आयोजन में शामिल होकर भारतीय कला-संस्कृति के माधुर्य का अनुभव करने का आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि चक्रधर समारोह की परंपरा आने वाली पीढ़ियों को कला और संस्कृति से जोड़ने का कार्य करेगी और न केवल रायगढ़, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ बनाएगी।