Chhattisgarh | भाजपा पार्षद और उसके पति पर करोड़ों की सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप, मुख्य आरोपी फरार
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Chhattisgarh | BJP councilor and her husband accused of preparing fake documents of government land worth crores, main accused absconding
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में करोड़ों की सरकारी जमीन को फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह के मास्टरमाइंड—भाजपा पार्षद संतोष नाथ सिंह उर्फ जलंधर और वार्ड 33 की पार्षद एन शैलजा राजू के पति एन धन राजू—अब भी फरार हैं।
कैसे हुआ घोटाला? –
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि वैशाली नगर थाना क्षेत्र के बाबा दीप सिंह नगर में स्थित करोड़ों की सरकारी जमीन को निजी बताकर बेचा गया। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब अतिरिक्त तहसीलदार क्षमा यदु ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
जांच में सामने आया कि मास्टरमाइंड आरोपियों ने राजनांदगांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर फर्जी गवाह, जाली ऋण पुस्तिका और फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इसके बाद सरकारी जमीन की पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाकर उसे 10-10 लाख रुपये में बेच दिया।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन बिक्री –
18 जुलाई 2017 को सरकारी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवाई गई। पुलिस ने पाया कि फर्जी पहचानकर्ता के रूप में राजनांदगांव निवासी पुरुषोत्तम डोंगरे, तिलकचंद गोडाने और खेमचंद को खड़ा किया गया। इसके बाद संतोष साहू नामक व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए और हेमंत सोनवानी से 5000 रुपये में फर्जी ऋण पुस्तिका खरीदी गई।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपी अब भी फरार –
पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से कंप्यूटर, कलर प्रिंटर, 3 मोबाइल, आधार कार्ड और 2 फर्जी ऋण पुस्तिका जब्त की हैं। हालांकि, मुख्य आरोपी पार्षद संतोष नाथ उर्फ जलंधर और पार्षद पति एन धन राजू अभी फरार हैं।
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि पुलिस जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार करेगी और इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।