छत्तीसगढ़ बड़ी खबर | किसान की मौत के बाद परिजन व ग्रामीणों का हंगामा, भाजपा ने गठित की जांच समिति, पढ़िए आत्महत्या पर कैसे हो रही सियासत.. कोरोना टेस्ट को लेकर
1 min read
राजिम । छत्तीसगढ़ में किसानों की खुदकुशी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। कल फिर एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
जाहिर है यदि आत्महत्या का मामला है तो पोस्टमार्टम होगा ही लेकिन इससे पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शव का कोरोना टेस्ट कराना चाहा, जिस पर मृतक के परिजन व ग्रामीण बिफ़र गए। सभी का कहना है कि किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है तो उसका कोरोना टेस्ट किस आधार पर किया जाएगा। उसकी जान किसी बीमारी ने नहीं ली बल्कि फसल बर्बाद होने से तनाव में आकर उसने खुदकुशी कर ली।
बता दें कि शुक्रवार को अभनपुर के ग्राम दादरझोरी में किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी लाश फांसी के फंद पर झूलते हुए मिली। परिजनों के अनुसार फसल बर्बादी के बाद वह तनाव में था और शुक्रवार को खुदकुशी कर ली।
विदित हो कि मृतक किसान के मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है और इस पर सियासत शुरू हो गई है। भाजपा ने किसान की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच समिति का गठन भी कर लिया है।
बहरहाल देखना है कि किसान की मौत का असली कारण क्या है? जो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर पता चलेगा। वही,भाजपा और कांग्रेस दोनों ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। यूं ही मौत पर सियासी खेल चलता रहेगा या इसका कोई हल भी निकाला जाएगा। यह अभी भी एक प्रश्न ही बना हुआ है।