Chhattisgarh Assembly Election 2023 | बस्तर संभाग के सातों जिलों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में खास सुरक्षा व्यवस्था
1 min readChhattisgarh Assembly Election 2023 | Special security arrangements in the strong rooms made in all the seven districts of Bastar division.
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण का मतदान भी 17 नवंबर को संपन्न हो चुका है. अब सभी प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम मशीन में कैद हो गया है, और इन सभी ईवीएम मशीन को स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. खासकर बस्तर संभाग के सातों जिलों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में खास सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है. यहां एक एक स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ की एक-एक कंपनी को तैनात किया गया है. इसके अलावा स्थानीय पुलिस बल को भी बड़ी संख्या में यहां तैनात किया गया है. स्ट्रांग रूम के चारों ओर तीसरी नजर सीसीटीवी से भी निगरानी की जा रही है. जिससे कि किसी भी तरह की सुरक्षा में चूक ना हो. बताया जा रहा है कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा जवानों के द्वारा थ्री लेयर में किया जा रहा है, जिससे स्ट्रांग रूम के आसपास बाहरी व्यक्ति तो दूर परिंदा भी पर नहीं मार सकता है.
सुरक्षा में सीआरपीएफ की एक एक कंपनी है तैनात
दरअसल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के तहत प्रथम चरण में बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में 7 नवंबर को मतदान हुआ. इसके बाद अब 3 दिसंबर को प्रदेशभर में एक साथ मतगणना होना है. दूसरे चरण में 17 नवंबर को ही मतदान हुआ है, ऐसे में पहले चरण में बस्तर में मतदान होने के कारण मतगणना के लिए लंबा समय इंतजार करना पड़ रहा है. हालांकि अभी मतगणना के लिए करीब दो सप्ताह इंतजार करना पड़ेगा. चुनाव आयोग के निर्देशानुसार जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक ना हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
इसके अलावा पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी द्वारा भी लगातार स्ट्रांग रूम के आसपास दिन हो या रात गश्त की जा रही है. वहीं स्ट्रांग रूम की सुरक्षा तीन लेयर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और स्थानीय पुलिस बल द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरा चारों ओर लगाया गया है जिससे कि किसी भी तरह की सुरक्षा में चूक ना हो. बस्तर आईजी सुंदरराज. पी ने कहा कि 3 दिसंबर मतगणना के दिन स्ट्रांग रूम के अलावा शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखना अतिरिक्त जवानों को तैनात किया जाएगा. इधर संभाग के 7 जिलों में से सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर काफी संवेदनशील क्षेत्र है, ऐसे में यहां पर स्ट्रांग रूम की तीन लेयर में सुरक्षा व्यवस्था की गई है और सीआरपीएफ के एक-एक कंपनी जिसमें 800 से ज्यादा जवानों को स्ट्रांग रूम के आसपास और परिसर में तैनात किया गया है.
राजनीतिक दल के सदस्य भी कर रहे निगरानी
इधर राजनीतिक दलों के सदस्य भी बाहर से स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में लगे हुए हैं. भाजपा और कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने बताया कि दोनों ही पार्टी से चार सदस्यों की ड्यूटी लगाई गई है, जो आज 8- 8 घंटे के शिफ्ट में स्ट्रांग रूम के निगरानी के लिए बैठे हुए हैं. 3 दिसंबर को पूरी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम खोला जाएगा. इधर जिला प्रशासन ने मतगणना को लेकर भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है.