Chhattisgarh | लाल आतंक का नया कारनामा, ग्रामीणों के बीच में पहुंचकर सरपंच का गला रेता ….
1 min readA new act of red terror, reaching among the villagers, slit the sarpanch’s throat.
दंतेवाड़ा। जिले के हिरोली गांव में लगे वार्षिक मेला देखने पहुंचे सरपंच जोगाराम की गुरुवार देर शाम नक्सलियों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी।
जानकारी के अनुसार गांव हिरोली में मंगलवार को सालाना मेला मंडई का आयोजन हुआ था, जिसमें दूर-दराज से ग्रामीणों समेत सिरहा-पुजारी देवी-देवताओं की डोली-छत्र लेकर पहुंचे थे। गुरुवार शाम को देवी-देवताओं की विदाई की गई। इस मौके पर भोज का आयोजन भी किया गया था।
इस दौरान हिरोली गांव का सरपंच भी अन्य ग्रामीणों के साथ भोजन कर रहा था। नक्सली भी वहां ग्रामीण वेश-भूषा में पहुंचे। शाम करीब सात बजे छह नक्सलियों ने धारदार हथियारों से उनकी गला रेतकर हत्या कर दी। घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। इसी बीच भीड़ का फायदा उठाकर माओवादी जंगलों की ओर आसानी से निकल गए।
घटना के संबंध में दंतेवाड़ा के एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि घटनास्थल पर माओवादियों ने गंगालूर एरिया कमेटी के नाम से पर्चा भी छोड़ा है। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि बस्तर के अलग-अलग क्षेत्र में सप्ताह भर में यह दूसरी घटना है जब माओवादियों ने मेला के बीच किसी की हत्या की है। इससे पहले भी कांकेर जिले में वार्षिक मेले में माओवादियों द्वारा एक नगर सैनिक की हत्या की गई थी।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नक्सलियों को शक था कि सरपंच, पुलिस के मुखिबर हैंं। इसी शक में आकर नक्सलियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।