Chhattisgarh: 88,000 workers in Chhattisgarh received relief, aid transferred through DBT.
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के श्रमिकों को दीपावली से पहले बड़ी राहत दी है। छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल द्वारा राज्यभर के 88,568 श्रमिक हितग्राहियों को कुल ₹26 करोड़ 90 लाख 1 हजार 202 रुपए की सहायता राशि डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से उनके बैंक खातों में अंतरित की गई है।
यह राशि श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के मार्गदर्शन और मंडल के अध्यक्ष डॉ. रामप्रताप सिंह की उपस्थिति में अंतरित की गई। श्रम विभाग के सचिव सह श्रमायुक्त हिमशिखर गुप्ता ने बताया कि यह राशि मंडल द्वारा संचालित 18 कल्याणकारी योजनाओं के तहत दी गई है।
योजनावार राशि वितरण
छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के सचिव गिरीश रामटेके ने बताया कि –
दीदी-ई रिक्शा सहायता योजना – 12 हितग्राहियों को ₹12 लाख
गणवेश एवं पुस्तक-प्रतिलिपि सहायता योजना – 42,494 श्रमिकों को ₹5.49 करोड़
मिनिमाता महतारी जतन योजना – 1,804 श्रमिकों को ₹3.60 करोड़
मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना – 2,124 श्रमिकों को ₹31.86 लाख
मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना – 207 हितग्राहियों को ₹2.11 करोड़
मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना – 557 बच्चों को ₹60.40 लाख
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना – 2,867 श्रमिकों को ₹5.73 करोड़
मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना – 24,655 बच्चों को ₹6.67 करोड़
मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना – 2,636 श्रमिकों को ₹91.74 लाख
मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना – 192 हितग्राहियों को ₹3.84 लाख
मुख्यमंत्री साइकिल सहायता योजना – 1,519 श्रमिकों को ₹56.24 लाख
उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना – 2 हितग्राहियों को ₹1 लाख
निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना – 33 हितग्राहियों को ₹33 लाख
निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना – 9 श्रमिकों को ₹1.80 लाख
मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना – 16 श्रमिकों को ₹1.26 लाख
मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना – 46 हितग्राहियों को ₹67,500
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि “श्रमिक हमारे राज्य की प्रगति की रीढ़ हैं। दीपावली से पहले यह राशि उनके जीवन में खुशियां और आर्थिक राहत लेकर आएगी। शासन सदैव श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।”

 
									 
			 
			 
			