Chhattisgarh | 7 डिप्टी कलेक्टर को मिलेगा IAS अवार्ड, राज्य सरकार से मिली सहमति तो जल्द जारी होगा आदेश, जानिये नाम
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रायपुर। 7 डिप्टी कलेक्टर को IAS अवार्ड हो गया है। डीपीसी के बाद प्रोसेडिंग के लिए राज्य सरकार से सहमति मांगी गयी है। राज्य सरकार की सहमति मिलते ही आदेश जारी कर दिया जायेगा। माना जा रहा है कि प्रक्रिया पूर्ण होते ही औपचारिक रूप से सभी 7 डिप्टी कलेक्टर आईएएस अवार्ड हो जायेंगे। हालांकि तीन सीनियर डिप्टी कलेक्टरों का मामला इस बार भी अटक गया है।
सीआर के कारण एक्का, देवांगन और हीना आईएएस बनने से हुए वंचित, इस शर्त के साथ डीपीसी में डिप्टी कलेक्टरों के प्रमोशन को मिली हरी झंडी जिन डिप्टी कलेक्टरों की आईएएस अवार्ड के लिए डीपीसी हुई है, उनमें जयश्री जैन, फरिया आलम सिद्दीकी, चंदन त्रिपाठी, प्रियंका महोबिया, दीपक कुमार अग्रवाल, रोक्तिमा यादव और तुलिका प्रजापति के नाम शामिल हैं। दो दिन पहले ही इऩ सभी अफसरों की डीपीसी हुई थी, जिसके बाद अब प्रोसेडिंग पर राज्य सरकार की सहमति मांगी गयी है। माना जा रहा है कि जल्द ही सभी अफसरों के IAS अवार्ड का औपचारिक आदेश जारी हो जाएगा।
जिन डिप्टी कलेक्टरों की आईएएस अवार्ड के लिए डीपीसी हुई है, उनमें जयश्री जैन, फरिया आलम सिद्दीकी, चंदन त्रिपाठी, प्रियंका महोबिया, दीपक कुमार अग्रवाल, रोक्तिमा यादव और तुलिका प्रजापति के नाम शामिल हैं। दो दिन पहले ही इऩ सभी अफसरों की डीपीसी हुई थी, जिसके बाद अब प्रोसेडिंग पर राज्य सरकार की सहमति मांगी गयी है। माना जा रहा है कि जल्द ही सभी अफसरों के IAS अवार्ड का औपचारिक आदेश जारी हो जाएगा।
इस बार प्रमोशन से बनने वाले आईएएस के सात पदो के लिए 21 डिप्टी कलेक्टरों के नाम भारत सरकार को भेजे गए थे। इनमें तीन नाम सीनियर अफसरों के थे। अरबिंद एक्का 99 बैच, संतोष देवांगन 2000 और हीना नेताम 2002 बैच। गोपनीय चरित्रावली के चक्कर में इन तीनों अधिकारियों का नाम कट गया। आईएएस अवार्ड के लिए सभी सीआर क होना चाहिए। लेकिन, तीनों के कई बार सीआर ख मिला है।
इसके बाद पीएससी के चर्चित 2003 बैच के नाम थे। इसको लेकर लोगों में सबसे अधिक कौतूहल थी। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने इनकी नियुक्ति निरस्त कर दी थी और वे सुप्रीम कोर्ट के स्टे पर चल रहे हैं। पीएससी में डिप्टी कलेक्टर बनने से चुकी वर्षा डोंगरे ने डीओपीटी और यूपीएससी में जाकर फरियाद की थी कि इन्हें आईएएस न अवार्ड किया जाए। लेकिन, छत्तीसगढ़ से गए अफसरों ने डीपीसी में तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिला हुआ है। और, स्टे में प्रमोशन नहीं रोका जा सकता। इसके बाद इस शर्त पर डीपीसी ने पीएससी 2003 बैच के सात डिप्टी कलेक्टरों को आईएएस अवार्ड करने हरी झंडी दे दी कि सुप्रीम कोर्ट के फैसला अगर प्रतिकुल आया तो सभी को अपना पद छोड़ना होगा।