Chhattisgarh | 3500 names removed from Mahtari Vandan Yojana …
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना पर बस्तर जिले में बड़ा खुलासा हुआ है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक साल के भीतर 3500 फर्जी लाभार्थियों के नाम पात्रता सूची से हटाए हैं। इनमें से कई महिलाएं मृत थीं, तो कुछ सरकारी सेवा में रहते हुए भी योजना का लाभ ले रही थीं। विभाग अब इनसे वसूली की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
फर्जी लाभार्थियों पर कार्रवाई
जिला परियोजना अधिकारी मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि 1,923 हितग्राही मृत पाई गईं, जबकि बाकी महिलाओं के दस्तावेज गड़बड़ पाए गए। कई मामलों में मृत्यु की जानकारी देर से मिलने से उनके खाते में राशि चली गई थी। अब उन सभी से रिकवरी की जा रही है।
योजना का विस्तार और किश्तें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत पिछले साल काशी से की थी। पहले ही महीने 1.94 लाख महिलाओं को पहली किस्त दी गई थी। अब तक 19वीं किश्त जारी की जा चुकी है। इसके बावजूद कई महिलाएं पंजीयन छूटने, आधार कार्ड निष्क्रिय होने या हाल ही में पात्रता हासिल करने की वजह से अब भी योजना से वंचित हैं।
शासन का ऐलान
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने घोषणा की है कि पंजीयन पोर्टल दोबारा खोला जाएगा। हालांकि फिलहाल नए पंजीयन बंद हैं, लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल पीड़ितों का पंजीयन किया जा रहा है। संदेहास्पद लाभार्थियों की जांच सूची तैयार कर विभाग गलत तरीके से लिए गए लाभ की राशि वसूल रहा है।
बस्तर की महिलाओं की परेशानी
बस्तर संभाग की कई महिलाओं ने विभाग में आवेदन दिया है, लेकिन उनके खातों में अब भी योजना की राशि नहीं पहुंची है। ग्रामीणों की शिकायत है कि पात्रता होने के बावजूद उन्हें लाभ नहीं मिल रहा। विभाग का कहना है कि नए सिरे से आवेदन की प्रक्रिया नक्सल प्रभावित जिलों में शुरू की गई है और पात्र महिलाओं को योजना से जोड़ा जाएगा।