Cg Weather Alert | गर्मी में बरसेगी वर्षा, छत्तीसगढ़ के मध्यवर्ती इलाकों में बारिश की चेतावनी, पढ़ें पूरी खबर
1 min readRain will rain in summer, rain warning in central areas of Chhattisgarh, read full news
रायपुर। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बसंत में ओलों की बारिश हो रही है। रविवार रात पेण्ड्रा और अंबिकापुर सहित कुछ उत्तरी जिलों में गरज-चमक के साथ बरसात और ओले बरसे हैं। पेण्ड्रा रोड के पास कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह धुंध देखी गई है। अब सोमवार को भी मध्य छत्तीसगढ़ के 8-10 जिलों में बरसात के आसार बन रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि इनमें से एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
बताया जा रहा है, रविवार शाम से कई इलाकों में बूंदाबादी शुरू हुई। मरवाही के पास रुमगा गांव में आकाशीय बिजली गिरी। रात 9 बजे तक बरसात के साथ ओले भी गिरने लगे। करीब 20-25 मिनट तक ओलावृष्टि होती रही। इसकी वजह से कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। फसलों को भी ओलों की वजह से नुकसान उठाना पड़ा है। मौसम विभाग ने बताया, अंबिकापुर में 7.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज हुई है। वहीं पेण्ड्रा में 4.4 मिलीमीटर पानी बरसा है। कुछ दूसरे जिलों में भी हल्की बरसात अथवा बूंदाबादी दर्ज हुई है।
पेण्ड्रा से वेंकटनगर जाने वाली सड़क और आसपास के इलाकों में सुबह धुंध देखी गई। मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, पेण्ड्रा और आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से अधिक है। तापमान में बड़ी गिरावट भी नहीं हुई है, ऐसे में वहां कोहरा नहीं है। यह धुंध है जो वन क्षेत्रों में स्थानीय प्रभाव से बनता है। कभी-कभी इस धुंध में धुआं भी शामिल हो जाता है। इसकी वजह से दृश्यता कम होती है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक जल्दी ही वहां स्थिति सामान्य हो जाएगी।
आज इन क्षेत्रों में बरस सकते हैं बादल –
मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, आज मध्य क्षेत्र के ऊपर बरसने वाले बादल छाए हुए हैं। संभावना है कि रायगढ़, जांजगीर-चांपा, महासमुंद, बिलासपुर, राजनांदगांव, कवर्धा, बेमेतरा और बलौदा बाजार जिलाें में एक-दो स्थानों पर हल्की बरसात हो जाए। एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग ने बताया है, अभी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के ऊपर पछुवा हवाओं के बीच एक ट्रफ बना हुआ है। इस बीच अंडमान सागर के पास एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। इसके प्रभाव से मध्य-पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बन सकता है। इसी बीच दूसरे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बढ़ गई है। इस विक्षोभ के प्रभाव से 3 मार्च को भी प्रदेश में बरसात हो सकती है।