Cg Satyagraha Andolan | छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कर रही अग्नीपथ योजना को लेकर सत्याग्रह आंदोलन, यह रखी गई मांग
1 min readCongress is doing Satyagraha movement in Chhattisgarh regarding Agneepath scheme, this demand was made
रायपुर। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस ने पूरी तरह से मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में सोमवार को प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह किया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग है कि किसी भी हाल में इस योजना को वापस लेना चाहिए। ये युवाओं के साथ धोखा है।
जांजगीर के कचहरी चौक में भी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जमा हुए थे। यहां पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सत्याग्रह किया। इनका कहना था कि 4 साल के सैनिक सेवा कानून को वापस लिया जाए।। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि इस योजना से देश की सेना का मनोबल गिरेगा।
वहीं कोरबा में भी मंत्री जयसिंह अग्रवाल और सांसद ज्योत्सना महंत की अगुवाई में सुभाष चौक में कांग्रेसियों ने सत्याग्रह किया। इस दौरान केंद्र पर निशाना साधते हुए मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने पहले 18 से 21 फिर 21 से 24 साल तक के युवाओं को सेना की चार साल तक की ट्रेनिंग देने की योजना लाई है। ये वही समय होता है,जब युवा कॉलेज की पढ़ाई में व्यस्त होते हैं। ऐसे में चार साल की आधी-अधूरी नौकरी के कारण उनका जीवन बर्बाद हो जाएगा।
सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा,कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा देकर देश में नई क्रांति का संचार किया था। लेकिन मोदी सरकार ने पहले कृषि कानून लाकर कई किसानों की जान ली और अब अग्निपथ योजना लाकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। महंगाई,बेरोजगार सहित अन्य समस्याओं का समाधान तो सरकार कर नहीं पा रही और नई नई योजना लाकर अपनी नाकामी को छिपा रही है।
धमतरी के गांधी मैदान में अग्निपथ योजना का विरोध हुआ। यहां सत्याग्रह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामगोपाल अग्रवाल की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ता जुटे थे। इसी प्रकार राजनांदगांव और कई जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में सत्याग्रह किया गया है।
आवेदन नहीं करने की अपील कर चुके हैं पीसीसी चीफ –
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अग्निपथ योजना के बहिष्कार का आह्वान किया था। मरकाम ने कहा था, गांधी के असहयोग आंदोलन के माध्यम से हम अहिंसक तरीके से अपनी बात को इस तानाशाही सरकार के सामने रख सकते हैं। देश भर के युवाओं से मेरी अपील है कि आप सभी अहिंसक तरीके से युवाओं के बीच यह संदेश फैलाएं कि कोई भी युवा “अग्निपथ-स्कीम“ में आवेदन न करें।
उन्होंने कहा था कि जब इस स्कीम में कोई आवेदन ही नहीं करेगा तो सरकार को यह समझ मे आ जाएगा कि देश के युवाओं ने विनम्रतापूर्वक इस युवा विरोधी स्कीम को नकार दिया है। फिर सरकार पहले की तरह सेना की भर्ती बहाल करने के लिए मजबूर हो जाएगी।