Cg News | सांसद पांडेय के सवालों पर भूपेश बघेल का पलटवार
1 min readCG News | Bhupesh Baghel’s counterattack on MP Pandey’s questions
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मोहला, मानपुर- अंबागढ़, चौकी जिले में 4 नक्सलियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी नक्सलियों के लिए लेव्ही वसूलते थे। इसको लेकर राजनांदगाव सांसद संतोष पांडेय ने गिरफ्तार नक्सलियों में से एक को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल का सलाहकार बताते हुए सवाल उठाये हैं। उनके इस बयान पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, कोई व्यक्ति यदि स्वर्गवासी हो जाए तो उससे कैसे सवाल करेंगे। जवाब देने के लिए वो तो उपस्थित नहीं हैं। बीजेपी की आदत है कि, हमेशा दिवंगत लोगों से सवाल करते हैं। कभी गांधी, कभी नेहरू और आज मेरे पिता से सवाल कर रहे हैं। संतोष पाण्डेय उनसे वहीं जाकर सीधे जवाब ले लें। मैं उनके आरोपों पर कोई जवाब नहीं देना चाहता हूं।
सांसद पांडेय अंदरूनी क्षेत्रों में बैठकें लेने का लगाया आरोप –
उल्लेखनीय है कि, चारों नक्सलियों की गिरफ्तारी पर राजनांदगाव सांसद संतोष पांडेय ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, गिरफ्तार नक्सली विवेक सिंह स्वर्गीय नंदकुमार बघेल का सलाहकार रहा है। यहां तक कि, नक्सलियों के साथ 7 लाख रुपए लेनदेन की जानकारी भी सामने आई है। इससे स्पष्ट है कि, नंदकुमार बघेल के नक्सलियों से संबंध थे और वे मोहला- मानपुर के अंदरूनी क्षेत्रों में जाकर बैठकें लेते थे। अब भूपेश बघेल बताएं यह रिश्ता क्या कहलाता है?
एक करोड़ का मनी ट्रेल का खुलासा –
उल्लेखनीय है कि, मोहला, मानपुर- अंबागढ़ चौकी जिले में नक्सलियों के ऊपर पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। शनिवार को पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास वसूली के मनी ट्रेल का खुलासा भी किया गया है। जिसमें इन्होंने 1 करोड़ रुपए से ज्यादा लेव्ही वसूल कर नक्सलियों को पहुंचाई थी। इन्हीं पैसों से आरोपी सूरजू राम टेकाम के लिए फ्लाईट टिकिट बुक करना और नक्सलियों को सामान सप्लाई किया जाता था।
23 मार्च को आयोजित किया गया था कार्यक्रम –
मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि, आरोपी सुरजू राम टेकाम माओवादी संगठन के प्रचार- प्रसार के लिए और अपने नेटवर्क को आगे बढ़ाने के लिए लगातार शहरी क्षेत्रों में भ्रमण कर रहा था। भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी ( माओवादी ) संगठन द्वारा पर्दे के पीछे से प्रायोजित ऑपरेशन कगार, कार्पोरेटीकरण, सैनिकीकरण के विरोध में 23 मार्च 2024 को कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसमें शामिल होने के लिए सूरजू राम टेकाम 22 मार्च को फ्लाईट के माध्यम से वह रायपुर से दिल्ली गया था। दिल्ली जाने के लिए फ्लाईट टिकिट नक्सलियों द्वारा लेव्ही से प्राप्त पैसों से सुरजू राम टेकाम और सोनाराम फरसा के लिए टिकिट बुक कराई गई थी।
लेव्ही के पैसों से गया था दिल्ली –
वहीं सोनाराम फरसा को सुरजू राम टेकाम के द्वारा उसे दिल्ली जाने के लिए लेव्ही से मिले पैसों में से कुछ पैसे भेजने के लिए कहा और साथ में चलने के लिए भी कहा। तब सोनाराम फरसा ने ठेकेदार से प्राप्त पैसों में से अपने खाते के माध्यम से सुरजू राम टेकाम के बताए खाते पर पैसे भेजे। तब सुरजू राम टेकाम ने उस अकाउंट से फ्लाईट टिकिट बुक करने के लिए विवेक सिंह को पैसे भिजवाया। विवेक सिंह द्वारा सूरजू राम टेकाम के कहने पर नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को लगातार अलग-अलग माध्यम से सहयोग कर रहा था और ये लगातार एक- दुसरे से संपर्क में थे।
ऐसे करते थे लेव्ही वसूली –
नक्सलियों के द्वारा भैरमगढ़ क्षेत्र में तेंदूपत्ता ठेकेदारों को जान-माल नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर सोनाराम फरसा, विजय जुर्री, रामलाल करमा और राजेंद्र कड़ती के माध्यम से लेव्ही वसूली की जा रही थी। इन चारों को वर्ष 2022 में एक करोड़ रुपए लेव्ही वसूलने का टारगेट दिया गया था। जिसके लिए भैरमगढ़ क्षेत्र में तेंदूपत्ता ठेकेदार से जंगल क्षेत्र में काम करने के एवज में नक्सलियों ने सोनाराम फरसा, विजय जुर्री, रामलाल करमा और राजेंद्र कड़ती की सहायता से ठेकेदार को जान-माल नुकसान पहुंचाने का धमकी देकर करोड़ो रुपयों की लेव्ही वसूली किए। वहीं सोनाराम फरसा, विजय जुर्री, रामलाल करमा, राजेंद्र कड़ती ने अपने बैंक अकाउंट के माध्यम से लेव्ही के तकरीबन 60 लाख रुपए प्राप्त किए और बाद में बैंक से नगदी निकालकर नक्सलियों को पहुंचाने का कार्य करते थे। राजेंद्र कड़ती का बड़ा भाई मोहन कड़ती कुख्यात नक्सली कमांडर भैरमगढ़ क्षेत्र का है। उक्त सभी कई सालों से नक्सलियों से मिलकर ठेकेदारों से लेव्ही वसूली, नक्सलियों को राशन, दवाई और अन्य जरूरत की सामाग्री का सप्लाई कर रहे थे।
इन्होंने ठेकेदारों से वसूली लेव्ही –
इस मामले में भैरमगढ़ क्षेत्र के निवासी सोनाराम फरसा, विजय जुर्री, रामलाल करमा और राजेंद्र कड़ती ने ठेकेदार से नक्सलियों के लिए लेव्ही वसूली ऑनलाइन की और बैंक से निकालकर पैसे नक्सलियों तक पहुंचाए। नक्सलियों के सहयोगियों के द्वारा माओवादियों के आदेश पर शहरी नेटवर्क को सपोर्ट करने के लिए नक्सल संगठन के शहरी सदस्यों के यात्रा और अन्य खर्चों के लिए आनलाईन पैसे ट्रासफर करते थे। जिसके तहत सूरजू राम टेकाम के यात्रा के लिए लेव्ही के पैसों का उपयोग किया गया। फ़िलहाल इस मामले में जांच जारी है और आगे और भी संलिप्तता की जानकारी के लिए फायनेंशियल ट्रेल, इलेक्ट्रानिक और अन्य दस्तावेजों का विश्लेषण किया जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण –
1. सोनाराम फरसा पिता स्व. पांडूराम उम्र 28 वर्ष पता पंचायत बिरियाभूमि आदवाड़ा थाना जांगला जिला बीजापुर
2. विजय जुर्री पिता स्व. संतूराम जुर्री उम्र 32 वर्ष सा0 मरकापाल ग्रां.पं. बांगोली थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर
3. रामलाल करमा पिता तुपाराम करमा उम्र 35 वर्ष ग्राम बांगोली थाना बांगापाल जिला बीजापुर
4. राजेंद्र कड़ती पिता स्व. बुगुर कड़ती उम्र 30 वर्ष ग्राम डेगमेटा ग्रा.पं. फुलगट्टा थाना मिरतुर जिला बीजापुर
5. विवेक सिंह पिता राम सुशील सिंह उम्र 35 वर्ष ग्राम मानपुर जिला मोहला, मानपुर- अंबागढ़, चौकी वर्तमान पता अर्जुन वेली सड्डू थाना विधानसभा, जिला रायपुर
इनकी अधिकारियों का रहा महत्वपूर्ण योगदान –
इस नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव दीपक झा के निर्देशन एवं जिला मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी पुलिस अधीक्षक वायपी सिंह के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीताम्बर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑप्स) डीसी. पटेल के दिशानिर्देश में एसडीओपी मयंक तिवारी के द्वारा माओवादियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की गई है।