Cg Kavad Yatra | भोरमदेव तक नहीं होगी सामूहिक कावड़ यात्रा, जिला प्रशासन ने जारी की गाइडलाइन, मंदिर जानें से पहले पढ़ें …
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कबीरधाम। कोरोना की दूसरी लहर में तबाही के बाद तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। यही कारण है कि सरकार किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती।
वही, सोमवार से सावन का पर्व चालू हो रहा है, जिसमें कावड़ यात्रा का बहुत ही अधिक महत्व है। भोरमदेव में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु कावड़ यात्रा कर दर्शन के लिए आते हैं। स्थितियों को देखते हुए कवर्धा से भोरमदेव तक प्रशासनिक रूप से आयोजित कांवड़ यात्रा नहीं होगी।
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि वर्तमान में जो स्थिति है, कोरोना तीसरी लहर की उस संभावनाओं को देखते हुए किसी प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम आयोजन नहीं किया जाएगा। प्रशासन की ओर से सावन के प्रथम सोमवार को पदयात्रा पंचमुखी बूढ़ामहादेव से पद यात्रा निकाली जाती है। वह कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं कलेक्टर ने ये भी कहा कि कवर्धा से अमरकंटक कांवरिया यात्रा भोरमदेव मंदिर और शहर के सबसे पुराने पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर करीब 150 किलोमीटर पद यात्रा कर जलाभिषेक करते हैं। दलों को अनुमति नहीं दी गई है।
अगर कोई व्यक्ति अपने परिवार के साथ भोरमदेव मंदिर या पंचमुखी बूढामहादेव मंदिर जलाभिषेक करने जाते हैं तो उन लोगों को छूट दी गई है, लेकिन सामूहिक रूप से समूह बनाकर पद यात्रा कांवरियों द्वारा निकाली जाती उस लर प्रतिबंध है।