Cg Guideline Breaking | विभिन्न त्यौहारों और सार्वजनिक उत्सवों की शुरुवात, प्रशासन ने जारी की गाइडलाइन
1 min readBeginning of various festivals and public festivals, the administration issued guidelines
रायपुर। मुख्यमंत्री द्वारा जनमानस के व्यापक हित एवं सुविधा को दृष्टव्य रखते हुए आगामी विभिन्न त्यौहारों एवं सार्वजनिक उत्सवों के आयोजन के लिए नगरीय क्षेत्रों में समुचित व्यवस्थाएं किये जाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel
ने आगामी त्यौहारों के अवसर पर नगरीय निकायों में चाक चौबंद व्यवस्था के दिए निर्देश। राज्य शासन द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश जारी।@drshivdahariya@UrbanCGOfficial#festival #FestiveSeason #important #BreakingNews pic.twitter.com/WJ4lCOhyxe— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 19, 2022
उपरोक्त निर्देशों के परिपालन में नगरीय निकाय क्षेत्रांतर्गत आगामी आयोजनों हेतु निम्नानुसार कार्यवाही किया जाना अपेक्षित है –
01. तीज, गणेश विसर्जन, दुर्गा पूजा, पितृमोक्ष अमावस्या एवं अन्य त्यौहारों के लिए सार्वजनिक आयोजनों हेतु तालाबों / घाटों पर साफ-सफाई की व्यवस्था, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, फागिंग, शुद्ध पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था की जावे।
02. गणेश विसर्जन, दुर्गा पूजा एवं अन्य सार्वजनिक त्यौहारों के अवसर पर माननीय नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल एवं राज्य शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन किया जावे।
03. तालाबों / घाटों पर विसर्जन के पूर्व पूजन सामग्री को अलग-अलग कर उपयुक्त स्थल पर रखा जावे।”
04. नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल के निर्देशानुसार नदी में मूर्तियों का विसर्जन किसी भी परिस्थिति में न किया जावे तथा नदी के जल को दूषित होने से बचाया जावे।
05. नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल के निर्देशानुसार ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण रखने हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जावे।
06. प्लॉस्टर ऑफ पेरिस तथा अन्य प्रतिबंधित सामग्री से बनी मूर्तियों के निर्माण को रोकने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जावे।
07. आयोजन स्थलों के समीप यथा संभव मोबाईल मेडिकल यूनिट की व्यवस्था की जावे।
08. मूर्ति विसर्जन हेतु रूट का चयन न्यूनतम यातायात बाधा के आधार पर किया जावे।
09. आयोजन स्थलों पर आवश्यक प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे।
10. संपूर्ण शहर में आवारा मवेशियों को पकड़कर कांजी हाऊस में भेजा जावे, जिससे यातायात व्यवस्था सुगमं बनी रहे।
उपरोक्तानुसार जनमानस की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ-साथ अन्य अनुषांगिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जावे, जिससे शहरों में सार्वजनिक उत्सवों का आयोजन हर्षोउल्लास एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में किया जा सके।