रायपुर । छत्तीसगढ़ में कोरोना का असर सरकारी इंग्लिश स्कूलों में दिख रहा है। यही कारण है कि सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में इस बार भी आर्ट्स के लिए दरवाजे नहीं खुले। 11वीं व 12वीं में साइंस व कामर्स में ही एडमिशन दिए जा रहे हैं।
मतलब साफ है कि सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 10वीं. के बाद कोई छात्र यदि 11वीं. में आर्ट्स पढ़ना चाहता है तो उसे स्कूल बदलना पड़ेगा, या फिर कामर्स या साइंस में जाना होगा। इसके दूसरी ओर सरकारी हिंदी मीडियम स्कूलों में साइंस, कामर्स व कला तीनों संकाय की पढ़ाई हो रही है।
इस बार भी आर्ट्स को नही मिली जगह –
दरअसल, निजी स्कूलों की तर्ज पर साल 2020 में राज्यभर में सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गए। कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई इन स्कूलों में हो रही है। पहले साल 11वीं व 12वीं में साइंस व कामर्स की सीटें रखी गई। इसके अनुसार प्रवेश हुए। संभावना थी कि अगले साल 11वीं-12वीं में आर्ट्स की सीटें रहेंगी। लेकिन इस बार भी आर्ट्स को जगह नहीं दी गई। जबकि इस साल नए स्कूल भी खोले गए। इसे लेकर अफसरों का कहना है कि इंग्लिश मीडियम स्कूलों में साइंस व कामर्स के लिए सेटअप है। आर्ट्स के टीचर नहीं है। इसलिए कला की पढ़ाई मुश्किल है।
प्रवेश के लिए आवेदन 10 जून तक –
सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। 10 जून तक आवेदन किए जा सकते हैं। राजधानी में आरडी तिवारी स्कूल में कक्षा पहली में 40 सीटें हैं। इस बार इसके लिए 11 सौ से अधिक आवेदन मिले हैं। इसी तरह बीपी पुजारी स्कूल व शहीद स्मारक इंग्लिश स्कूल के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं।
अब तक 171 इंग्लिश स्कूल खोले गए –
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की योजना के तहत पिछले साल राज्य में 52 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गए। इस साल 119 स्कूल और खोले गए हैं। इस तरह से अब 171 सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल हो गए हैं।