Cg ED Breaking | कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को 12 दिन की न्यायिक रिमांड … होगा बड़ा खुलासा
1 min readCg ED Breaking | Coal trader Suryakant Tiwari gets 12 days judicial remand… will be a big disclosure
रायपुर। एक नाटकीय घटनाक्रम में कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने रायपुर की विशेष न्यायालय में सरेंडर कर दिया। अपने वकीलों के साथ पहुंचा मनी लॉन्ड्रिंग और छत्तीसगढ़ में कोल घोटाले का मुख्य आरोपी विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के न्यायालय में पहुंचा। सूर्यकांत तिवारी और ईडी के वकीलों के बीच हुई जिरह के बाद न्यायालय ने सूर्यकांत तिवारी को 12 दिन की ईडी की रिमांड पर सौंप दिया।
सूर्यकांत तिवारी को रिमांड में लेने के बाद ईडी के अधिकारी उससे गहन पूछताछ करेंगे। पूछताछ में राज्य के कई बड़े अफसरों के नामों के अलावा और भी कई रसूखदार नामों का खुलासा हो सकता है।
सूर्यकांत तिवारी के ऊपर कई गंभीर आरोप है। ईडी ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में उसे कोल घोटाले का सरगना बताया है। जो कि राज्य के अफसरों, राजनेताओं, कोयला कारोबारियों और दलालों के साथ मिलकर अवैध वसूली के लिए एक सामानांतर संगठन चला रहा था। जो कि कोयले में प्रति टन 25 रूपये की लेव्ही (अवैध वसूली) ले रहा था। प्रतिदिन के हिसाब से 2 से 3 करोड़ रुपये की कोयले में वसूली की जा रही थी।
आईटी ने भी मारा था छापा –
आपको बता दें सूर्यकांत तिवारी उस वक्त चर्चे में आया था जब जून-जुलाई के महीने में आईटी की टीम ने प्रदेश भर में छापामार कार्रवाई की थी। आईटी की टीम ने सूर्यकांत तिवारी सहित अन्य लोगों के यहां से 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित नगदी और लगभग 5 करोड़ रुपये आभूषण जब्त किया था। वहीं 200 करोड़ रुपये से अधिक के कलेक्शन के सबूत मिलने की बात कही गई थी।
आईटी के अधिकारियों पर लगाया था आरोप –
जिसके कुछ दिनों बाद सूर्यकांत तिवारी ने अपना एक वीडियो जारी कर सनसनीखेज बयान दिया था। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि आईटी रेड में आए अफसर उन पर वर्तमान सरकार का तख्ता पलटने का दबाव डाल रहे थे। तिवारी ने दावा किया था कि आईटी के अफसर उन पर दबाव डाल रहे थे कि वो 40 से 45 विधायकों की सूची बनाएं। जिससे विपक्ष की सहायता से उन्हें एकनाथ शिंदे की तरह छत्तीसगढ़ का सीएम बना दिया जाएगा।