January 21, 2025

The News Wave

सच से सरोकार

Cg Dhan Kharidi | धान खरीदी के लिए प्रदेश भर में सरकार ने बनाएं 2 हजार 399 केंद्र, कृषि मंत्री ने बताई कैसी है तैयारी

1 min read
Spread the love

 

रायपुर। धान की खरीदी बुधवार से छत्तीसगढ़ में शुरू हो रही है।
इसके लिए प्रदेश भर में सरकार ने 2 हजार 399 केंद्र भी बनाए हैं। यहां 23 लाख से अधिक किसानों को अपना धान बेचना है। वही, इस बीच बारदानों का संकट बना हुआ है।

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भाजपा और केंद्र सरकार पर साजिश का लगाया आरोप –

चुनाव समिति की बैठक के लिए राजीव भवन पहुंचे कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को प्रभावित करने की साजिश कर रही है। इसकी वजह से हमने पुराने बारदानों में भी धान खरीदने का निर्णय लिया है। प्रदेश को 5 लाख गठान बारदाना की जरूरत है। केंद्र सरकार से अभी एक लाख गठान बारदाना भी नहीं मिल पाया है। इसके बावजूद हमने खरीदी की तैयारियां पूरी कर ली हैं। टोकन बांट दिए गए हैं। हम सभी केंद्रों में नए और पुराने बारदानों में खरीदी करेंगे। राइस मिलों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से पुराने बारदाने लिए गए हैं। किसान भी अगर पुराने बारदाने में धान लाता है ताे उसे भी लिया जाएगा।

कृषि मंत्री का दावा –

कृषि मंत्री ने दावा किया कि खरीदी में कहीं भी कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। धान खरीदी को लेकर किसानों में जबरदस्त उत्साह है। यह सबसे बड़ा उत्सव होने वाला है। इस साल सरकार 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने वाली है। यह अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड होगा।

कृषि मंत्री के बयान पर भाजपा का जवाब –

कृषि मंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य सरकार जूट कमिश्नर से आपूर्ति नहीं मिलने का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ रही है।

एक बार व्यवस्था पर डाले नजर –

राज्य सरकार ने इस साल 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने की तैयारी की है। खरीदी एक दिसम्बर को सुबह से शुरू होगी। प्रदेश भर में 23 लाख से अधिक किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है। खरीदी केंद्रों में आने से पहले किसानों को टोकन दिया गया है। इसमें तुलाई के लिए धान लाने की तिथि और समय दिया हुआ है। प्रदेश में 2 हजार 399 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इनकी संख्या पिछले साल की तुलना में 88 अधिक है। इस खरीदी के लिए सरकार को 5 लाख 25 हजार गठान जूट बारदाने की जरूरत है। जूट कमिश्नर कोलकाता के जरिए अभी तक 86 हजार गठान बारदाना ही मिल पाया है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *