CG Budget Session 2025 | विधानसभा में जल जीवन मिशन पर हंगामा, अजय चंद्राकर बोले- जल स्रोत नहीं फिर भी बिछाई पाइपलाइन, खुला भ्रष्टाचार

CG Budget Session 2025 | Uproar over Jal Jeevan Mission in Assembly, Ajay Chandrakar said – no water source, yet pipeline laid, open corruption
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन जल जीवन मिशन में अनियमितताओं को लेकर जमकर हंगामा हुआ। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने बिना जल स्रोत वाले इलाकों में पाइपलाइन बिछाने और टंकियां बनाने पर सवाल उठाते हुए इसे खुला भ्रष्टाचार बताया। उन्होंने पूछा कि क्या दोषी अफसरों पर कार्रवाई होगी? इस पर पीएचई मंत्री अरुण साव ने कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
653 गांवों में बनाई गई टंकी, छह इंजीनियर निलंबित
अजय चंद्राकर ने सरकार से पूछा कि कितने गांवों में जल स्रोत नहीं है और फिर भी पाइपलाइन व टंकियां बनाई गईं? मंत्री ने जवाब में कहा कि हर योजना में जल स्रोत की पहचान की गई थी। 653 गांवों में टंकियां और पाइपलाइन बिछाई गई हैं। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2023 में हैंडपंप का टेंडर हुआ था और काम में अनियमितता के चलते छह कार्यपालन अभियंताओं (ईई) को निलंबित किया गया था।
भ्रष्टाचार के आरोपों पर तीखी बहस
विपक्षी विधायक चंद्राकर ने कहा कि डीपीआर में जल स्रोत की अनुपलब्धता के बावजूद टंकियां और पाइपलाइन बनाई गईं, जो भ्रष्टाचार को दर्शाता है। इस पर मंत्री साव ने स्पष्ट किया कि यदि किसी ठेकेदार का 70% काम अधूरा रहता है तो उसे भुगतान नहीं किया जाएगा और जल स्रोत के मामले में दोषियों पर कार्रवाई होगी।
स्पीकर की नाराजगी, कहा- समय पर जवाब दें मंत्री
स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि पूर्व सत्रों में मंत्रियों द्वारा आश्वासन देने के बावजूद विधायकों को जानकारी नहीं दी जाती, जो अनुचित है। उन्होंने निर्देश दिया कि समय पर जवाब देना सुनिश्चित किया जाए।
भाजपा विधायक गोमती साय का सवाल, 351 ठेकेदारों के ठेके निरस्त
पत्थलगांव में जल जीवन मिशन के अधूरे कार्यों पर भाजपा विधायक गोमती साय ने भी सवाल उठाया। इस पर मंत्री साव ने कहा कि सरकार इस योजना को लेकर गंभीर है। कुल 19,656 गांवों को शामिल किया गया है और इसे 2024 से बढ़ाकर 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि 80.03% घरों तक नल कनेक्शन पहुंच चुका है और 2,711 पानी टंकियां बनाई गई हैं। अनियमितताओं के कारण 351 ठेकेदारों के ठेके निरस्त कर दिए गए और 15 ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया गया है। विधायक साय ने अधूरे कार्यों की समय-सीमा तय करने की मांग की, जिस पर मंत्री ने जल्द से जल्द काम पूरा करने का आश्वासन दिया।