CG Budget Session 2025 | औद्योगिक बंदी पर विधानसभा में हंगामा, नेता प्रतिपक्ष महंत ने उठाए मजदूरों के मुआवजे पर सवाल

CG Budget Session 2025 | Uproar in Assembly over industrial closure, Leader of Opposition Mahant raised questions on compensation of workers
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्य में बंद हो रहे कारखानों और मजदूरों को मुआवजा भुगतान के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अगर उद्योग इसी तरह बंद होते रहे, तो सरकार किस तरह की औद्योगिक नीति बना रही है?
उद्योग मंत्री लखन देवांगन ने जवाब देते हुए बताया कि जनवरी 2024 से जनवरी 2025 के बीच राज्य में पांच उद्योग बंद हुए हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय कारणों से ये उद्योग बंद हुए, जबकि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल (2018-2023) में 18 उद्योग बंद हुए थे और बीते पांच वर्षों में कुल 27 उद्योग बंद हुए हैं।
महंत ने सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर शुरू हुए पंडरिया के शक्कर कारखाने की बंदी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 28 फरवरी को इसे गन्ने का भुगतान न होने के कारण बंद कर दिया गया। इसी तरह भोरमदेव और बालोद के शक्कर कारखाने भी बंद कर दिए गए।
महंत ने पूछा कि क्या सरकार बंद उद्योगों के मजदूरों को मुआवजा देगी? इस पर उद्योग मंत्री ने जवाब दिया कि श्रम अधिनियम के तहत मजदूरों के भुगतान की प्रक्रिया नियमों के अनुसार की जाएगी। विपक्ष ने सरकार से बंद हो रहे उद्योगों के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की।