रायपुर। बीएससी नर्सिंग पेपर लीक मामले का खुलासा हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, दुर्ग स्थित सीएम नर्सिंग कॉलेज की चपरासी द्वारा पेपर लीक किया गया। इसके बाद उसे 1000-1000 रुपये में बेचा गया। इसमें आयुष विवि प्रबंधन ने कॉलेज को डी बार कर दिया है। इधर मामले की शिकायत करते हुए सुपेला पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक चपरासी द्वारा पेपर लीक कर 1000-1000 रुपये में पेपर बेचा गया।
बता दें कि बीएससी नर्सिंग द्वितीय वर्ष (विषय, फार्मेटोलाजी पैथोलॉजी एंड जेनेटिक्स) का पेपर बुधवार से ही सोशल मीडिया में घूमने लग गया था। वहीं, पेपर उपलब्ध कराने के लिए एक लड़का और लड़की का नंबर भी वायरल होने लगी थी। इसमें पांच हजार रुपये में बीएससी नर्सिंग का पेपर उपलब्ध कराने की बात कही जा रही थी।
विवि को पेपर लीक होने की जानकारी मिलते ही आयोजित परीक्षा उसी दिन आनन-फानन में रद्द कर दी थी। मामले में विवि द्वारा जांच टीम बनाई गई। विवि के कुलपति डॉ एके चंद्राकर ने इस तरह के कृत्य विवि को बदनाम करने की साजिश बताया था। साथ ही जांच टीम बनाई गई थी।
एक नजर में
18 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे बीएससी नर्सिंग के लिए
20 हजार से अधिक छात्र हुए हैं प्रभावित
108 नर्सिंग कॉलेज हैं प्रदेश में, इसमें आठ सरकारी
4050 बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष की सीटें
3660 से अधिक प्राइवेट में, 390 से सरकारी
360 से अधिक एमएससी नर्सिंग की सीटें
500 सीटें पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग
4000 से अधिक नर्सिंग के छात्र हाेते हैं पासआउट
वर्जन
पेपर लीक दुर्ग के कचंदुर स्थित सीएम नर्सिंग कॉलेज में पर्चा लीक हुआ था इसकी शिकायत पुलिस में हुई है।
-डॉ. एके चंद्राकर, कुलपति, आयुष विश्वविद्यालय
