CG BREAKING | मादा तेंदुए की मौत, करंट के तार में लपटा मिला शव, समय से पहले शिकारी ले रहें जान, वन विभाग की लापरवाही

कवर्धा | लोहारा वन परिक्षेत्र में तेंदुए की मौत हो गई| तेंदुए की मौत की वजह करंट लगना बताया जा रहा है| तेंदुए की मौत इस तरह जंगल में करंट से हो जाना एक बड़ी लापरवाही है| वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है| तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा|
क्या हुआ था –
दरअसल, लोहारा वन परिक्षेत्र में मादा तेंदुए का शव पाया गया है| मादा तेंदुआ शिकारी द्वारा बिछाएं गए करंट तार की चपेट में आ गई| मादा तेंदुए की उम्र महज 3 वर्ष के आस-पास होगी| शिकारी की लालच की वजह से मादा तेंदुए की मौत समय से पहले हो गई|
शिकारियों ने बिछा रखा है करंट का जाल –
वन्य जीवों को नुकसान पहचानें के लिए शिकारियों ने जंगल में करंट का तार बिछा रखा है, ताकि तेंदुए की तरह ही अन्य और जंगली जानवर इसकी चपेट में आ जाएँ और शिकारियों की वन्य जीवों के खालों या अन्य अंगो की तस्करी का धंधा पनपता रहें| वे वन्य जीवों के खाल या अन्य अंग बेचकर लाखों का मुनाफा कमा रहें है और जंगल में जीवों की समय से पहले ही हत्या कर रहें है|
वन विभाग की लापरवाही –
दूसरी ओर इसमें वन विभाग की लापरवाही भी कही जा सकती है क्योंकि जंगल में शिकारियों द्वारा करंट बिछाएं जानें की जानकारी से वे अछूते नही है फिर भी किसी तरह का कोई एक्शन नही लिया जा रहा है| एक के बाद एक वन्य जीवों की जान जा रही है और विभाग हाथ पर हाथ रख कर बैठा है|
इंसान की जान खतरें में –
जानवर के साथ मानव जीवन भी जंगल में खतरें में है क्योंकि अक्सर महिलाएं जंगल में लकड़ी बीनने आती है और चरवाहे पशु चराने| किसी को इस बात का अंदाजा नही रहता है कि किस जगह करंट का तार लगा होगा| मादा तेंदुएं की तरह ही कभी भी किसी इंसान की भी मौत हो सकती है|
बहरहाल, मादा तेंदुए की तो मौत हो गई और इससे कुछ महीने पहले भी चिल्फी में एक तेंदुएं की मौत हो चुकी है| खतरा अपने चरम पर है वन विभाग को कोई ना कोई एक्शन लेना होगा ताकि जानवरों के साथ इंसानों की भी रक्षा हो सकें|