Cg Big News | नक्सलियों का दहशत खत्म, अब दंतेवाड़ा अंतिम स्टॉपेज तक चलेगी पैसेंजर ट्रेन …
1 min readThe terror of the naxalites is over, now the passenger train will run till the last stoppage of Dantewada …
रायपुर। बस्तर में माओवादी 28 जुलाई से 5 अगस्त तक चारु मजूमदार की शहादत दिवस और शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। माओवादियों के इस सप्ताह की वजह से ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 13 जुलाई से ही यात्री ट्रेनों का दंतेवाड़ा के किरंदुल तक परिचालन बंद करने का पूर्व में आदेश जारी किया था। लेकिन, यात्रियों की मांग के बाद ईको रेलवे ने आदेश में बदलाव किया है। किरंदुल से विशाखापट्टनम के बीच चलने वाली दोनों यात्री ट्रेनें अब जगदलपुर से आगे दंतेवाड़ा तक आएंगी। यानी अब दंतेवाड़ा अंतिम स्टॉपेज होगा।
दंतेवाड़ा से आगे किरंदुल तक ट्रेन नहीं चलेगी। रेलवे के सीनियर SMR एम. आर. नायक ने कहा कि, पूर्व में जारी किए गए आदेश में संशोधन किया गया है। हमें आदेश मिल चुका है। अब यात्री ट्रेनों को जगदलपुर से आगे दंतेवाड़ा तक भेजा जाएगा। यह से दोनों ट्रेनें नियमित चलेंगी। उधर, माओवादियों ने सुकमा और नारायणपुर समेत पड़ोसी जिलों में बैनर, पर्चे फेंक चारु मजूमदार की शहादत दिवस और शहीदी सप्ताह मनाने की बात कही है।
बासनपुर-झिरका संवेदनशील इलाका –
दरअसल, किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर दंतेवाड़ा से किरंदुल स्टेशन के बीच बासनपुर-झिरका के घने जंगल में माओवादी ज्यादातर रेल पटरियों को उखाड़ ट्रेनों को डिरेल करते हैं। साल 2021 में भी इसी जगह माओवादियों ने एक यात्री ट्रेन को डिरेल किया था। हालांकि, रफ्तार कम होने की वजह से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ था। मालगाड़ियों को भी कई दफा अपना निशाना बना चुके हैं। यही वजह है कि जब-जब नक्सल संगठन की तरफ से कोई भी दिवस मनाया जाता है तो यात्री ट्रेनों को दंतेवाड़ा आने से पहले जगदलपुर में ही रोक दिया जाता है।
इस साल इतने दिन नहीं हुआ परिचालन –
जनवरी महीने में 7 दिन और फरवरी में सिर्फ एक दिन ट्रेन नहीं चली है।
नक्सली बंद की वजह से 10 मार्च से 15 मार्च के बीच ट्रेनों का परिचालन बंद रहा। वहीं इसी महीने 23 मार्च से 29 मार्च तक नक्सलियों के साम्राज्यवाद विरोधी सप्ताह के तहत किरंदुल तक ट्रेनें नहीं पहुंची।
25 अप्रैल को माओवादियों ने दंडकारण्य बंद का आह्वान किया था। जिसके चलते 23 अप्रैल से 26 अप्रैल तक यात्री ट्रेनें नहीं चली। फिर 28 अप्रैल से 6 मई के बीच ब्रिज के मेंटेंसन कार्य को लेकर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया। यह तारीख बढ़ कर 12 मई हो गई थी।
जून माह में अग्निपथ विरोध के चलते 19 और 20 जून को ट्रेन बंद रही। इसके अलावा 26 जून से 2 जुलाई तक माओवादियों के आर्थिक नाकेबंदी सप्ताह को देखते ट्रेनों के पहिए थमे थे।