Cg Big News | हजार से अधिक की संख्या में स्कूली छात्र सड़कों पर उतरे, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाने का विरोध
1 min readMore than a thousand school students took to the streets, protesting against the opening of Swami Atmanand English Medium School
सरगुजा। जिले में करीब एक हजार स्कूली छात्र सोमवार को सड़क पर उतर आए। उन्होंने अंबिकापुर-रायगढ़ नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। बच्चों के चक्काजाम की वजह से ये रोड करीब 5.30 घंटे तक बंद रहा। बच्चे यहां स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना है कि यदि यहां इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर हिंदी मीडियम को बंद कर दिया जाएगा तो हम कहां जाएंगे। हम कहां पढ़ेंगे। बच्चों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने इनकी बात सुनी है और अंग्रेजी माध्यम स्कूल को दूसरे स्थान पर लगाने का फैसला लिया गया है। जिसके बाद चक्काजाम को खत्म कर दिया गया।
सोमवार सुबह अंबिकापुर से 30 किलोमीटर दूर शांतिपारा में करीब एक छात्र-छात्राएं शांतिपारा में ही चौक के पास आकर सड़क पर बैठ गए। 10 बजे से इनके स्कूल खुलने का समय होता है। मगर ये स्कूल जाने की बजाए सीधे रोड पर ही आकर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धीरे-धीर प्रदर्शन में इन बच्चों के परिजन भी शामिल हो गए थे। बैनर पोस्टर लिए बच्चों ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी थी।
बताया जा रहा है कि की ये सभी बच्चे शांतिपारा के सरकारी स्कूल के 9वीं से 12वीं तक पढ़ने वाले बच्चे हैं। इनका कहना है कि प्रशासन और सरकार हमारे स्कूल को हटाकर अंग्रेजी स्कूल खोल रही है। ऐसे में हम कहां जाएंगे। स्कूल में पढ़ने वाली छात्र काजल ने बताया कि पहले तो स्कूल के एक छोटे से हिस्से में 9वीं से 12वीं तक अंग्रेजी मीडियम स्कूल चलाया जा रहा था। फिर धीरे-धीरे कर हमारे स्कूल के और कमरों को भी ले लिया गया। ऐसे में हम जब यदि स्कूल में अंग्रेजी स्कूल खुलेगा तो हम कहा जाएंगे। हमें डर है कि प्रशासन हिंदी माध्यम को बंद कर रहा है।
मांग पूरी नहीं होने तक दी थी आंदोलन की चेतावनी –
वहीं स्कूल में ही पढ़ने वाले दूसरे छात्रों ने कहा कि हम शुरू से ही हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ रहे हैं। अब यहां इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला जा रहा है। जबकि यहां बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो शुरू से ही हिंदी मीडियम में पढ़ें हैं तो वो कैसे करेंगे। साथ ही बच्चों का कहना है कि इस इलाके में ज्यादातर गरीब बच्चे हैं। वो सरकारी स्कूल में ही पढ़ सकते हैं। अंग्रेजी मीडियम में जाएंगे तो उनके खर्चे भी बढ़ेंगे। इसलिए हमारी मांग है कि यहां पर अंग्रेजी मीडियम स्कूल नहीं खोला जाना चाहिए। छात्रों ने चेतावनी दी थी कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हम सड़क से नहीं उठेंगे। मौके पर एसडीएम, प्रशासन की टीम और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद पहुंचे थे। काफी समझाइश के बाद बच्चे शांत हुए हैं। कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि हिंदी माध्यम स्कूल वहीं पहले की तरह चलता रहेगा। अंग्रेजी स्कूल को कहीं और लगाया जाएगा। कलेक्टर के इस आश्वासन के बाद बच्चों ने चक्काजाम खत्म कर दिया है।