BREAKING:छत्तीसगढ़ मे खुलेआम हो रही है शराब की काला बाज़ारी,MRP से ज्यादा कीमत पर बिक रही है शराब
1 min readछत्तीसगढ़ मे खुलेआम हो रही है शराब की काला बाज़ारी,MRP से ज्यादा कीमत पर बिक रही है शराब
@thenewswave.com 12 जुलाई 2020।लॉक डाउन की अवधि समाप्त हुए 1 महीने से ऊपर हो गया है फिर भी छत्तीसगढ़ में शराब की काला बाज़ारी रुक नही रही है।ताज़ा जानकारी के अनुसार बड़े ब्रांड की शराब को दबा कर रखा गया है और लोकल ब्रांड की शराब को बेचा जा रहा है।बड़े या ज्यादा चलने वाली ब्रांड के उत्पाद को उसकी MRP से 50 से 100 रु ऊपर बेचा जा रहा है यदि बोतल की बात करे तो 500 से 600 रु ऊपर तक बेची जा रही है।यदि ग्राहक इस बाबत बहस करें तो उसे शराब नही दी जा रही है।
thenewswave.com के एक रिपोर्टर ने ग्राउंड लेवल पर जा कर पूछताछ की तो दुकानदार ने बताया कि सभी ब्रांड के रेट मे सरकार ने 25 से 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी है किंतु अभी तक नए MRP की बोतल नही आई है इसलिए पुरानी बोतलों को नए रेट पर बेचा जा रहा है।साथ ही ये भी बताया कि ऊपर से दबाव है कि MRP से ज्यादा रेट मे बेच कर पैसा जमा करे नही तो उनसे वसूली की जाएगी।अब सवाल ये उठता है कि वो कौन लोग है जो ज्यादा वसूली के लिए दुकानदारो को दबाव बना रहे है और दुकानदारों को ये अधिकार को कौन दे रहा है कि वे खुलेआम MRP(अधिकतम मूल्य) से अधिक मूल्य पर शराब बेचे।
पूर्व सरकार का चुनाव में बुरी तरह पराजित होने के पीछे शराब की काला बाज़ारी भी एक कारण था।इस सरकार में जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गरीब,किसानों और आमलोगों की सेवा मे दिन रात एक कर रहे है।रोज़ जनहित के लिए नई नई योजनाओं को ला रहे है वही उनकी सरकार के कुछ विभागों में इस तरह की गड़बड़िया उनकी सरकार की छवि को धूमिल करने का कार्य कर रही है।शासन को चाहिए कि शराब की काला बाज़ारी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाए तथा इससे जुड़े लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें।