Big success in Bastar | 10 Naxalites, including Jhiram attack mastermind Chaitu, surrendered.
रायपुर/जगदलपुर। नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। सरकार के निर्देश पर चलाए जा रहे लगातार सर्च ऑपरेशन और दबाव का असर अब साफ दिखने लगा है। शुक्रवार को जगदलपुर में खूंखार नक्सली चैतु के साथ 10 नक्सलियों ने हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया।
झीरम घाटी हमले का मास्टरमाइंड था चैतु
चैतु 2013 के झीरम घाटी हमले का मास्टरमाइंड था। वह नक्सलियों की दरभा डिवीजन का इंचार्ज था और उस पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था। चैतु और उसके साथियों ने बस्तर आईजी पी. सुंदरराज के सामने सरेंडर किया।
झीरम घाटी हमले में कांग्रेस नेताओं समेत 27 लोगों की मौत हुई थी।
नक्सल मोर्चे पर लगातार सरेंडर
इसके पहले भी नक्सली कमांडर रुपेश 200 से ज्यादा नक्सलियों के साथ मुख्यधारा में लौट चुका है। हाल के दिनों में नक्सली संगठन लगातार लेटर जारी कर युद्ध विराम की अपील कर रहे हैं। सरकार का रुख साफ है, हथियार छोड़ने के बाद ही किसी तरह की बातचीत संभव है।
अमित शाह की डेडलाइन
गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य तय किया है। इसी दौरान कई बड़े नक्सली या तो मुठभेड़ में मारे गए हैं या सरेंडर कर चुके हैं। हाल ही में कुख्यात नक्सली माडवी हिडमा और टेक शंकर भी मुठभेड़ में ढेर हुए थे।
