September 21, 2024

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BIG NEWS | मेडिकल कॉलेज के 100 बिस्तर अस्पताल मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में गर्भस्थ शिशु और मां की दर्दनाक मौत, दर्द से कराहती रही प्रसूता, डॉक्टर ने देखा तक नहीं

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राजनांदगांव । मेडिकल कॉलेज के सौ बिस्तर अस्पताल मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में बुधवार को फिर एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि जब तक दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलेगा वे डेडबॉडी को यहां से नहीं उठाएंगे। पुलिस व प्रशासन की समझाइश के बाद शाम 5 बजे परिजन शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए।

खैरागढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भरदाकला निवासी 23 वर्षीय महिला सरिता पति नंदकुमार साहू को आठ महीने में प्रसव पीड़ा उठने पर परिजनों ने मंगलवार रात को तकरीबन 12 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों ने बताया कि उसे ब्लीडिंग हो रही थी। दर्द में कराहती महिला को रात से सुबह तक किसी डॉक्टर नहीं देखा।

सुबह जब ड्यूटी डॉक्टर पहुंचे तो भी महिला को किसी प्रकार की कोई दवाई नहीं दी गई। इसके बाद परिजनों ने कहा महिला दर्द से कराह रही है, यदि यहां उसका इलाज नहीं हो रहा तो छुट्टी दे दो, कहीं और इलाज करा लेंगे। डॉक्टरों ने रेफर करने से मना कर दिया और 3.15 बजे महिला की मौत हो गई।

ड्यूटी डॉक्टर पर लापरवाही व दुव्र्यवहार का आरोप

परिजनों ने महिला की मौत के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा किया। ड्यूटी डॉक्टर भूपेंद्र लोधी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। बताया कि उनके रिक्वेस्ट करने पर डॉक्टर ने गाली देने की बात कही। परिजनों ने बताया कि महिला बिल्कुल स्वस्थ थी, वह घर सहित खेती-बाड़ी की काम कर रही थी, उसे कोई समस्या नहीं थी। प्रसव पीड़ा पर इलाज की आस में अस्पताल लाए, लेकिन यहां डॉक्टरों ने जच्चा-बच्चा दोनों की हत्या कर दी। यहां किसी तरह की कोई सुविधा या इलाज नहीं किया गया। इसी वजह से प्रसूता की मौत हो गई।

कोरोना का भय, नहीं देखते डॉक्टर

कोरोना संक्रमण के भय के चलते किसी भी अस्पताल में ठीक से जांच व इलाज नहीं किया जा रहा है। पिछले दिनों सौ बिस्तर मातृ-शिशु अस्पताल में गर्भवती महिलाएं व डॉक्टर सहित कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इस भय के चलते ही यहां डॉक्टर प्रसूता महिलाओं का गंभीरता से इलाज नहीं कर रहे हैं। इस तरह के आरोप यहां पहुंच रही प्रसूता महिला व परिजनों ने लगाया है।

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