बड़ी खबर | मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी के मामले में आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी, कही बड़ी बात …
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मुंबई । भारत के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी के मामले में जैश-उल हिंद नाम के एक संगठन ने जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने टेलीग्राम ऐप के जरिए इस बात की जिम्मेदारी ली है। एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने से खलबली मच गई थी। बहुत सी बातें सामने आ रही थी, लेकिन अब इसकी जिम्मेदारी जैश-उल हिंद नाम के एक संगठन ने ली है। कुछ दिन पहले इसी संगठन ने दिल्ली में इज़रायल एम्बेसी के बाहर ब्लास्ट की ज़िम्मेदारी ली थी। इस संगठन की तरफ से बिटकॉइन से पैसे की डिमांड भी की गई थी।
मैसेज के जरिए जांच एजेंसी को चैलेंज
संगठन ने एक मैसेज के जरिए जांच एजेंसी को चैलेंज किया। मैसेज में लिखा गया है, ”रोक सकते हो तो रोक लो तुम कुछ नहीं कर पाए थे जब हमने तुम्हारी नाक के नीचे दिल्ली में तुम्हें हिट किया था, तुमने मोसाद के साथ हाथ मिलाया लेकिन कुछ नहीं हुआ, तुम लोग बुरी तरह फेल हुए और आगे भी तुम लोगों को सफलता नहीं मिलेगी”। मैसेज के अंत में लिखा गया है (अम्बानिज के लिए) तुम्हें मालूम है तुम्हें क्या करना है। बस पैसे ट्रांसफर कर दो जो तुम्हें पहले बोला गया है।
क्या है मामला
बीते 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के निवास स्थान एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार और 20 जिलेटिन की छड़ें मिली थीं। बुधवार रात एक बजे के करीब एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो खड़ी कई गई थी। यहां दो गाड़ियां देखी गई थी, जिसमें एक इनोवा कार भी शामिल थी। गाड़ी का ड्राइवर एसयूव को यहीं पार्क कर चला गया था। घर के बाहर संदिग्ध कार दिखने के बाद अंबानी के घर के सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया था, जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई थी।
इजरायल दूतावास के बाहर ब्लास्ट की ली थी जिम्मेदारी
गौरतलब है कि 29 जनवरी की शाम दिल्ली में इज़रायल दूतावास के पास एक धमाका हुआ था। इस ब्लास्ट में करीब 5-6 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था। हालांकि, गनीमत की बात ये रही कि किसी की जान नहीं गई थी। ये धमाका तब हुआ था जब कुछ ही दूरी पर बीटिंग रिट्रीट का कार्यक्रम चल रहा था और वहां देश के बड़े वीआईपी मौजूद थे। इस घटना की भी जिम्मेदारी जैश-उल हिंद नाम के संगठन ने ली थी। इस संगठन ने दावा किया था कि उसने ही इजरायली दूतावास के सामने धमाका करवाया है। खुफिया एजेंसियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर एक चैट पाया था, जिसमें इस बात का जिक्र था।