Big Breaking | छत्तीसगढ़ पहुंचा कोरोना का न्यू स्ट्रेन, मचा हड़कंप, मौजूदा वायरस से ज्यादा खतरनाक है ये, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी!
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जगदलपुर। आंध्र प्रदेश में पाए गए घातक स्ट्रेन के जिले में भी मिलने की अफवाह उड़ी है। लोगाें में किसी तरह की दहशत ना फैले, इसके लिए कलेक्टर रजत बंसल ने साफ किया है कि जिले में नए स्ट्रेन के मिलने की ख़बर सच नहीं है|
अफवाह के मुतबिक आंध्र प्रदेश से लौटे के एक युवक को क्वारंटाइन किया गया था। इस दौरान उसकी 4 मई को मौत हो गई थी। अफवाह के मुताबिक डॉक्टरों ने जांच की तो मालूम चला कि युवक में आंध्रा में पाए गए नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है और जिले में अलर्ट जारी किया गया है।
कलेक्टर रजत बंसल ने इस खबर का खंडन करते हुए इसे महज अफवाह बताया है। कलेक्टर ने जिलावासियों को आश्वस्त किया है कि जिले में आंध्रा में मिले नए स्ट्रेन की दस्तक नहीं हुई है। पेनिक होने की जरूरत नहीं है। आंध्रा प्रदेश में पाया गया स्ट्रेन यहां नहीं पहुंचे इसके लिए हम पूरी सावधानी बरत रहे हैं।
कलेक्टर ने अपील की है कि यदि किसी भी स्ट्रेन या वायरस से हमें लड़ना है, तो कम से कम घर से बाहर निकलना है। मास्क लगाकर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। उन्होंने कहा है वर्तमान में जिले में लॉकडाउन की प्रक्रिया जारी है। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता से काम कर रही है। जनता के सहयोग से हमें बल मिलेगा।
क्या है नया वायरस, किस तरह से पहुंचाता है नुकसान
सीसीएमबी के वैज्ञानिकों के अनुसार एन-440के दुनिया भर में घूम रहे ए2ए प्रोटोटाइप स्ट्रेन की तुलना में 15 गुना तक अधिक संक्रामक है। विभिन्न स्थानों से इकट्ठा किए गए नमूनों में 50 में एन-440 वायरस ही था।
वहीं, विशाखापट्टनम जिला कलेक्टर वी विनय चंद ने कहा है कि अभी निश्चित नहीं है कि राज्य में कौन सा वायरस है। नमूने सीसीएमबी को भेजे गए हैं। लेकिन एक बात तय है कि विशाखापट्टनम में जो वायरस है, वह पिछली लहर से भिन्न है।
एपी वैरिएंट या एन-440के नाम के इस वैरिएंट के बारे में कहा जा रहा है कि यह भारतीय वैरिएंट बी-1.617 और बी-1.618 से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यही वैरिएंट विशाखापट्टनम और राज्य के अन्य भागों में तबाही मचा रहा है। आंध्र के अलावा तेलंगाना, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ भागों में यह मिला है।