Accident In CG | 9 साल की बच्चे के मौत के बाद शहर में छाया मातम, 10 फीट के गढ्ढे में डूबने से मौत, बड़ी लापरवाही
1 min readAccident In CG | After the death of a 9-year-old child, mourning in the city, death due to drowning in a 10-feet pit, great negligence
भिलाई। दुर्ग जिले में 9 साल की बच्चे के मौत के बाद शहर में मातम छा गया है। जामुल थाना क्षेत्र के आम्रपाली अपार्टमेंट के पीछे गड्ढे में बारिश का पानी भर गया, 10 फीट के गढ्ढे में डूबने से बच्चे की मौत हो गई। कुछ लोगों ने यहां जेसीबी से 10-12 फीट गहरा गड्ढा कर दिया था, जो कि पानी से भर गया था। मासूम का नाम युवराज बताया जा रहा है, इस तरह से बच्चे के मौत होने से निगम प्रबंधन की बड़ी लपरवाही बताई जा रही है। शनिवार को इस मामले में लोग प्रदर्शन भी करेंगे।
दरअसल, पिता परशुराम दुर्गा विष्णु कैमिकल में काम करता है। उसके दो बेटे और दो बेटी हैं। युवराज उर्फ बूटी सबसे छोटा बेटा था। शुक्रवार शाम को वह बिना किसी को कुछ बताए दोस्तों के साथ आम्रपाली अपार्टमेंट के पीछे बारिश के पानी में खेलने चला गया था। शाम करीब 6 बजे मोहल्ले का एक लड़का आया और बोला अंकल बूटी पानी में डूब गया है। घर के सभी लोग तुरंत वहां पहुंचे। उन्होंने देखा कि वहां खाली मैदान में घुटनों तक पानी भरा हुआ है। वह लोग युवराज को खोजते हुए आगे बढ़े तो कुछ दूर आगे जाकर अचानक गहरा गड्ढा आ गया। जिसकी गहराई 10 फीट बताई जा रही है। मोहल्ले के लोगों ने युवराज को खोजा और बाहर निकाला। फिर उसे तुरंत बीएम शाह हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मुआवजा नहीं चाहिए, मुझे मेरा बेटा लौटा दो- पिता
मासूम युवराज की मौत के बाद उसके पिता परशुराम दुर्गा का रो-रोकर बुरा हाल था। पिता का कहना था कि उसे कोई मुआवजा नहीं चाहिए। उसे उसका बेटा लौटा दो या फिर उसकी मौत के लिए जिम्मेदारों को जेल भेज दो। वहीं इस मौत के बाद भाजपा पार्षद पीयुष मिश्रा और वार्ड 25 हाउसिंग बोर्ड के पार्षद नोहर वर्मा, युवराज को न्याय दिलाने के लिए शनिवार को प्रदर्शन करेंगे। पीड़ित परिवार और आम्रपाली प्रधानमंत्री आवास के लोग नगर निगम मुख्यालय के गेट पर या फिर आम्रपाली अपार्टमेंट के सामने युवराज का शव रखकर आंदोलन करेंगे। अधिकारी बोले-जांच कराएंगेइस मामले में भिलाई नगर निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर का कहना है की वह संपत्ति पूरी तरह से निगम के कब्जे में नहीं है। दुर्घटना कैसे हुई है इसकी जांच की जाएगी।