हाथरस हिंसा | मुख्यमंत्री बघेल ने योगी सरकार को लिया आड़े हाथों, कहा – ‘राहुल गांधी को अब तक जाना नहीं’ RSS की संस्था है भाजपा… छत्तीसगढ़ CONGRESS आक्रोशित
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रायपुर । हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राहुल और प्रियंका गांधी को गिरफ्तार करने के बाद सियासत गरमा गई है, हालांकि समझाइस के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। लेकिन पूरे देश की कांग्रेस इस मामले में आक्रोशित हो गई है।
कांग्रेस ने योगी सरकार और यूपी पुलिस को तानाशाह बताया। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्विटर पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने एक के बाद एक 2 ट्वीट किए और अपना गुस्सा प्रकट किया।
पहला ट्वीट…
मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि धाराएं और पुलिस लगाकर अगर योगी जी राहुल गांधी जी को रोकना चाह रहे हैं।
तो शायद अभी उन्होंने @rahulgandhi जी को जाना ही नहीं।
https://twitter.com/bhupeshbaghel/status/1311597910530826240?s=19
दूसरा ट्वीट…
हिटलर की तानाशाही विचारधारा की जर्जर नींव पर टिकी आरएसएस और उसकी संस्था भाजपा यदि भारत में अंग्रेजों की हुकूमत की समाप्ति का अध्ययन करके भी कांग्रेस की वैचारिक ताकत नहीं पहचान पाए, तो सच में तरस के लायक हैं आप।
हिटलर की तानाशाही विचारधारा की जर्जर नींव पर टिकी आरएसएस और उसकी संस्था भाजपा यदि भारत में अंग्रेजों की हुकूमत की समाप्ति का अध्ययन करके भी कांग्रेस की वैचारिक ताकत नहीं पहचान पाए, तो सच में तरस के लायक हैं आप।
इन गीदड़भकियों को शाखाओं के भीतर ही रखो, सड़क पर तो जनता है। pic.twitter.com/56OBhnxPPY
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 1, 2020
इन गीदड़भकियों को शाखाओं के भीतर ही रखो, सड़क पर तो जनता है।
इस मामले ने राजनैतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। कांग्रेस भाजपा को तानाशाह कह रही है तो भाजपा कांग्रेस को मौका परस्त। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इस वाक्य की कड़ी निंदा की और यहां तक कह दिया कि योगी सरकार ने राहुल गांधी को अपने पहचाना नहीं। इसके साथ ही उन्होंने आरएसएस को आड़े हाथों लिया और कहा कि भाजपा उनकी संस्था है, और वे कांग्रेस की ताकत को अब तक पहचान नहीं पाए हैं।
बहरहाल, साफ है कि यह मामला यहीं नहीं रुकने वाला बल्कि और गरमाने वाला है। देखना यह होगा कि राहुल गांधी का अगला कदम क्या होता है? फिलहाल पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया है और वे और प्रियंका गांधी वहां से निकल चुके हैं।
सवाल केवल यह है कि राहुल गांधी केवल पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते थे, उन्होंने यहां तक कहा कि वे अकेले पैदल भी निकल जाएंगे लेकिन पुलिस ने उनकी एक न मानी बल्कि उन्हें हाथापाई में जमीन पर तक गिरा दिया। कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं के हाथ पैर तक तोड़ने की कोशिश की।